जब आप Economic Times, एक परिचित वित्तीय समाचार स्रोत है जो भारत और दुनिया भर की आर्थिक घटनाओं को सीधे पाठकों तक पहुँचाता है. Also known as ET, it offers real‑time market data, policy analysis, and tax updates, making it a go‑to hub for anyone tracking money matters.
शेयर बाजार की धड़कन सुनना चाहते हैं? Sensex, भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन दर्शाता है Economic Times के दैनिक कवरेज में लगातार दिखता है। Sensex की गति सीधे निवेशकों की भावनाओं को बदलती है, और Economic Times इस बदलाव को संकेत‑भूत आँकड़ों, विशेषज्ञ राय और संभावित जोखिमों के साथ समझाता है। यह संबंध (Economic Times ↔ Sensex) आर्थिक जागरूकता को बढ़ाता है।
कर दुनिया की बात करें तो CBDT, केंद्रीय बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स, भारत के आयकर कानूनों की देखरेख करता है के बदलाव Economic Times में प्रमुख हैं। CBDT के नए डेडलाइन, फ़ेसलेस वैल्यूएशन और टैक्स रिफॉर्म्स के बारे में पढ़कर आप आख़िरी तारीख से पहले सही कदम उठा सकते हैं। साथ‑साथ RBI, भारतीय रिज़र्व बैंक, मौद्रिक नीति और ब्याज दरों को नियंत्रित करता है की सूचनाएँ भी Economic Times में मिलती हैं, जिससे मौद्रिक स्थितियों का व्यापक चित्र मिलता है। ये तीनों (Economic Times, CBDT, RBI) एक-दूसरे को प्रभावित करते हुए आर्थिक परिदृश्य को आकार देते हैं।
इस टैग के तहत आप शेयर बाजार के उतार‑चढ़ाव, नीति‑निर्णय, कर‑सम्बन्धी डेडलाइन, और प्रमुख आर्थिक घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण पाएँगे। चाहे वह Sensex की तेज़ी‑भारी रैली हो, या CBDT के नए ITR डेडलाइन अपडेट, Economic Times हर लेख में स्पष्ट आंकड़े, विशेषज्ञ टिप्पणी और व्यावहारिक सलाह देता है। इस तरह का समग्र कवरेज आपको सिर्फ खबर नहीं, बल्कि कार्रवाई‑उपयोगी अंतर्दृष्टि भी देता है।
नीचे की सूची में आप देखेंगे कि कैसे Economic Times ने पिछले कुछ हफ्तों में भारत के वित्तीय परिदृश्य को रोशन किया है – शेयर मार्केट की बड़ी रैली, टैक्स रिटर्न की नई तिथियाँ, RBI की मौद्रिक संकेत, और कई अन्य मुख्य समाचार। Economic Times से जुड़ी ये सभी जानकारी आपको आर्थिक समझ बढ़ाने, बेहतर निवेश निर्णय लेने और समय पर टैक्स फाइलिंग करने में मदद करेगी। अब आगे चलकर इन लेखों को पढ़ें और खुद को अपडेट रखें।
10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ 2025 का चाँद उगने का समय दिल्ली‑मुंबई‑उज्जैन सहित कई शहरों में बताया गया, जिससे विवाहित महिलाएँ सही मुहूर्त में उपवास तोड़ सकें।