यह पेज उन खबरों के लिए है जहाँ किसी व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया हो, पुलिस या जांच एजेंसियों की कार्रवाई सामने आई हो, या अदालत में गिरफ्तारी से जुड़े मोड़ आए हों। यहाँ आप तुरंत पढ़ेंगे कि किस तरह की गिरफ्तारी हुई, किस धाराओं के तहत मामला दर्ज है और अगला कानूनी कदम क्या हो सकता है। हम सीधे तथ्यों पर फोकस करते हैं और अफवाहों से बचते हैं।
गिरफ्तारी टैग में आमतौर पर ये चीज़ें दिखाई देती हैं: पुलिस की आधिकारिक प्रेस रिलीज़, कोर्ट के आदेश, एफआईआर का सार, गिरफ्तारी के कारण और आरोप, और गवाह या पीड़ित की तरफ से मिलने वाली जानकारी। राजनीति, अपराध, व्यापार या मनोरंजन से जुड़े मामलों की गिरफ्तारी दोनों मिलती है — छोटे-छोटे स्थानीय मामलों से लेकर हाई-प्रोफ़ाइल मामलों तक।
हम हर खबर में यही बताते हैं: किसने बताया (पुलिस/एजेंसी/कोर्ट), क्या आरोप लगे हैं, और क्या अगला कदम हो सकता है — जैसे कि रिमांड, जमानत या आगे की जांच। अगर किसी खबर में वीडियो या दस्तावेज़ उपलब्ध हैं, तो उस बारे में भी संकेत दिया जाता है ताकि आप स्रोत पर जा सकें।
एक गिरफ्तारी का मतलब दोषी होना नहीं होता। कानून में बेइनोसेंस की धारणा रहती है। इसलिए खबर पढ़ते समय जांच की स्थिति, कोर्ट का फ़ैसला और आधिकारिक कागजात देखना ज़रूरी है। हमारी रिपोर्ट में हम स्पष्ट करते हैं कि किस चरण में मामला है — दर्ज हुआ, गिरफ्तारी हुई, ट्रायल चल रहा है या जमानत मिली।
सत्यापन कैसे करें? देखें कि क्या हमारी खबर पुलिस या कोर्ट के आधिकारिक बयान पर आधारित है। अगर वायरल क्लिप या सोशल पोस्ट है तो उसके स्रोत की जाँच करें। अक्सर नाम, तारीख और जगह जैसे बेसिक विवरण मिलाने से ही अफवाहें पकड़ी जा सकती हैं। हमारी साइट पर किसी भी खबर के साथ संबंधित लेख या अपडेट के लिंक दिए जाते हैं जिससे आप पूरा संदर्भ समझ सकें।
कानूनी बुनियादी बातें जो आमतौर पर बताई जाती हैं: गिरफ्तारी की वजह, कौन सी धाराएँ लागू हैं, क्या गिरफ्तार व्यक्ति को वकील तक पहुंच मिली और क्या मेडिकल चेक हुआ। हम जमीनी रिपोर्ट में संभव होने पर यह भी जोड़ते हैं कि क्या किसी ने जमानत अर्जी दी या कोर्ट ने रिमांड दिया।
अगर आप किसी खबर पर तुरंत अपडेट पाना चाहते हैं तो टैग को फॉलो कर लें या न्यूज़लेटर/नोटिफिकेशन ऑन कर लें। हम बड़ी घटनाओं पर रियल-टाइम अपडेट और सही स्रोतों से मिली जानकारी शेयर करते हैं। सवाल हो या कोई तथ्य डाउट लगे तो कमेंट में पूछें — हम कोशिश करेंगे कि स्रोत के साथ जवाब दें।
यह पेज आपको साफ-सुथरी, तेज और भरोसेमंद जानकारी देने के लिए है। कोई भी गिरफ्तारी जब सामने आती है, तो यहाँ उसका संक्षिप्त और समझने योग्य अपडेट मिलेगा — बिना अफवाह और बिना जजमेंट के।
तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन को उनकी फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के प्रीमियर के दौरान सैंड्या थिएटर में हुई भगदड़ के मामले में गिरफ़्तार किया गया। इस हादसे में एक महिला की मृत्यु हुई तथा उसके बेटे को चोटें आईं। अभिनेता पर भीड़ नियंत्रण में कमी और कुप्रबंधन के आरोप लगे। गिरफ़्तारी के बाद अल्लू अर्जुन का मेडिकल परीक्षण हुआ जिससे पता चलता है कि किस तरह गिरफ्तार व्यक्तियों के स्वास्थ्य सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होता है।