कूकाबुराज़ एक ऐसा पक्षी है जो अपनी हँसी जैसी आवाज़ के कारण तुरंत पहचान में आ जाता है। अक्सर ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी में मिलता है, पर प्रकृति प्रेमी इसे सुनते ही रुके बिना नहीं रह पाते। अगर आप जंगल या उपनगरीय इलाके में हैं और सुबह-सुबह हँसी जैसी चहल-पहल सुनें — हो सकता है वह कूकाबुराज़ हो।
यहाँ आसान भाषा में बताता हूँ कि कूकाबुराज़ कैसे पहचाने, कहाँ देखें और उनसे जुड़ी छोटी-छोटी सावधानियाँ। सब कुछ सीधे और काम का।
कूकाबुराज़ आकार में बड़े पक्षियों में आता है, मोटी चोंच और मजबूत शरीर की बनावट होती है। रंग आमतौर पर सफेद, भूरा और भूरे धब्बों वाला होता है। सबसे खास बात उसकी आवाज़ है — तेज, पारखती और हँसी जैसा। इतनी अलग आवाज़ है कि एक बार सुन कर भूलना मुश्किल है।
अगर आप फोटो खींचना चाहते हैं तो सुबह-सुबह या शाम के पहले घंटे सबसे बेहतर होते हैं। कूकाबुराज़ अक्सर पेड़ की शाखाओं पर आराम से बैठते हैं और शिकार की नजर से नीचे देखते हैं।
ये पक्षी जंगलों, खुले जंगल-किनारों और उपनगरीय बागों में रहते हैं। जमीन के करीब शिकारी भी होते हैं — छोटे सरीसृप, कीड़े, छोटे लोमड़ी जैसे जीव और कभी-कभी छोटी चिड़ियाँ भी इनके शिकार में आती हैं। वे जमीन पर भी शिकार पकड़ते हैं और अपनी मजबूत चोंच से शिकार पर तेज़ी से हमला करते हैं।
कूकाबुराज़ का व्यवहार अक्सर तटस्थ दिखता है, लेकिन जब घोंसला बनाते हैं तो क्षेत्ररक्षी हो जाते हैं। जोड़े और परिवार अक्सर मिलकर रहते हैं, कई बार पुराने बच्चे भी माता-पिता की मदद करते हैं।
क्या ये खतरनाक हैं? आम तौर पर नहीं — इंसानों के लिए ये डराने वाले नहीं हैं। पर किसी भी जंगली जानवर की तरह इन्हें छेड़ना सही नहीं। घोंसले के पास न जाएं और छोटे बच्चों को न छोड़ें।
अगर आप कूकाबुराज़ के करीब जाना चाहते हैं तो चुपचाप बैठें, तेज़ चाल से न आएं और चमकीले कपड़े न पहनें। दूर से दूरबीन या कैमरे का ज़ूम इस्तेमाल करें।
क्या ये संरक्षित हैं? कुछ प्रजातियाँ सामान्य हैं, पर स्थानीय स्तर पर आवास घटने से परेशानी हो सकती है। इसलिए पेड़ों और प्राकृतिक आवासों को बचाना ही सबसे सरल मदद है।
अंत में एक छोटा टिप: अगर आपने कूकाबुराज़ की आवाज़ रिकॉर्ड की है तो उसे स्थानीय पक्षी समुदायों में साझा करें। इससे पहचान और संरक्षण में मदद मिलती है। चाहें तो पास के पक्षी समूह या नेचर ऐप्स पर फोटो और ऑडियो अपलोड कर सकते हैं।
कूकाबुराज़ देखने का अनुभव मजेदार होता है — पर याद रखें, उन्हें वैसे ही छोड़िए जैसे मिले: शांत, सुरक्षित और आज़ाद।
ऑस्ट्रेलियाई पुरुष हॉकी टीम, कप्तान एरन ज़लेवस्की के नेतृत्व में, 27 जुलाई को पेरिस 2024 ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। टीम में एडी ओकेन्डेन पांचवीं बार ओलंपिक में खेलने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई हॉकी खिलाड़ी बनेंगे। टीम का मुकाबला अर्जेंटीना, बेल्जियम, भारत, आयरलैंड और न्यूज़ीलैंड से होगा।