अगर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है तो उसे बिना टालें समझना ज़रूरी है। तेज़ बारिश, बाढ़, हीटवेव या आंधी-तूफ़ान में जल्दी जानकारी आपकी सुरक्षा बढ़ाती है। यहाँ हम आसान भाषा में बताएँगे कि अलर्ट का मतलब क्या है, किस तरह की तैयारी करें और कौन‑सी सूचनाएँ रोज़ नज़र में रखें।
मौसम विभाग के रंगीन चेतावनियाँ (जैसे येलो, ऑरेंज, रेड) अलग‑अलग जोखिम बताती हैं। येलो का मतलब सतर्क रहें, ऑरेंज का मतलब तैयारी बढ़ाएँ और रेड में तत्काल कदम उठाएँ। आधिकारिक सूचना के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट, स्थानीय प्रशासन और रेडियो/टीवी चैनलों पर भरोसा करें। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलती है—सरकारी स्रोतों से मिलान कर लें।
हमेशा तीन स्रोत रखें: मौसम विभाग का आधिकारिक अपडेट, स्थानीय एनडीआरएफ/आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और भरोसेमंद न्यूज पोर्टल। उदाहरण के लिए मुंबई में हुई भारी बारिश (18 जून 2025) में लोग मौसम विभाग और नगर निगम के निर्देशों को फॉलो कर के सुरक्षित रहे।
भारी बारिश/बाढ़ के लिए: अपने घर में महत्वपूर्ण कागजात, मोबाइल चार्जर और प्राथमिक चिकित्सा किट ऊपर रखें। बिजली और पानी के मीटर के पास खड़ी चीज़ें हटाएँ। पानी जमा होने वाले रास्तों को साफ रखें और अगर जलस्तर बढ़े तो ऊँचे स्थान की ओर जाएँ।
हीटवेव/बेहद गर्मी के लिए: उत्तर प्रदेश में 44°C तक तापमान दिखा—ऐसे मौकों पर बाहर निकलते समय हल्के कपड़े पहनें, खूब पानी पिएँ और दोपहर की तपन से बचें। बुज़ुर्गों और छोटे बच्चों की निगरानी रखें। घर में पंखा/कूलर की व्यवस्था पहले से चेक कर लें।
आंधी और धूल भरी हवा के लिए: खिड़कियाँ और दरवाज़े बंद रखें, मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं और हवा में उड़ने वाली तेज चीज़ों से दूर रहें। वाहन चलाते समय धीरे चलें और हेडलाइट जलाकर रखें।
सुनामी या भूकंप जैसी घटनाओं में स्थानीय प्रशासन के इवैक्यूएशन निर्देशों का पालन करें। अर्जेंटीना‑चिली के तटीय इलाक़ों में आए भूंकप के बाद सुनामी अलर्ट से जल्द निकासी दिखाई गई — वहां के अनुभव से साफ़ है कि पहले से तैयार होना जीवन बचाता है।
अलर्ट मिलने पर पैनिक न करें। सबसे पहले आधिकारिक चैनल देखें, आवश्यक सामान तैयार रखें और फिर परिवार के साथ संपर्क योजना तय करें। स्थानीय मदद नंबर अपने फोन में सेव रखें।
मौसम विभाग की रिपोर्ट रोज़ पढ़ें और अपने शहर के हिसाब से छोटी‑छोटी तैयारी रखें। मौसम बदलता है पर थोड़ी सावधानी से आप और आपका परिवार सुरक्षित रह सकते हैं।
पुणे में भारी बारिश के कारण स्कूल, निजी दफ्तर और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा इलाके में रेड अलर्ट जारी किया गया है। कलेक्टर सुहास दिवासे ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए यह आदेश जारी किया। खडकवासला डेम से पानी के डिस्चार्ज में भी वृद्धि हुई है।