परीक्षा के लिए पहले पैटर्न को समझना जरूरी है। पेपर में कौन से सेक्शन होंगे, कुल कितने प्रश्न और कितने नंबर—ये बातें जानकर आप तैयार योजना बना सकते हैं। क्या negative marking है? कितना समय मिलता है? ये छोटे-साधारण सवाल आपकी रणनीति बदल देते हैं।
सबसे पहले आधिकारिक नोटिफिकेशन देखें। उसमें परीक्षा का पूरा ढांचा लिखा होता है—सेक्शन, प्रश्नों की संख्या, प्रति प्रश्न अंक और नेगेटिव मार्किंग। उदाहरण के लिए SSC MTS जैसी परीक्षाओं की उत्तर कुंजी निकलने के बाद आप अपने संभावित स्कोर का अंदाज़ा लगा सकते हैं और गलतियों को पहचान कर सुधार सकते हैं।
हर सेक्शन को अलग तरीके से ट्रीट करें। सामान्य ज्ञान/करंट अफेयर्स के लिए रोज़ाना 20–30 मिनट, गणित/क्वांट के लिए रोज़ 40–60 मिनट और रीजनिंग व अंग्रेज़ी के लिए अलग टाइम-ब्लॉक रखें। अगर किसी सेक्शन में negative marking है तो अन्दाज़े से उत्तर न दें—सिर्फ भरोसेमंद उत्तर ही मार्क करें।
प्री-प्लान बनाइए: कब क्या पढ़ना है, किस टॉपिक को कितनी बार रिवाइज करना है। हफ्ते में कम से कम एक पूरा मॉक टेस्ट दें और उसकी समीक्षा करें—कहाँ ज्यादा समय लगा, कौन से सवाल बार-बार गलत हुए, इन्हें नोट करें।
टॉपिक वाइज तैयारी करें। गणित में फॉर्मूले और ट्रिक्स बनाइए, रीजनिंग के लिए पैटर्न पहचाने और अंग्रेज़ी में रीडिंग वोकैब पर काम करें। करंट अफेयर्स के लिए रोज़ 10 मिनट की नोटिंग रखें—महत्वपूर्ण घटनाएँ, तारीखें और नाम।
पिछले साल के प्रश्नपत्र पढ़ना बहुत जरूरी है। इससे पेपर का लेवल और बार-बार पूछे जाने वाले टॉपिक का पता चलता है। समय प्रबंधन के लिए अनुशासन बनाइए: हर सेक्शन के लिए टाइम लिमिट तय करें और मॉक में उसी के अनुसार अभ्यास करें।
एक हफ्ते पहले की रणनीति अलग रखें—नए टॉपिक पढ़ने की बजाय रिविजन, फॉर्मूले और मॉक की समीक्षा पर ध्यान दें। परीक्षा वाले दिन की चीज़ें पहले रात में तैयार रखें—अधिकारिक आईडी, एडमिट कार्ड, स्टेशनरी।
उत्तर कुंजी का इस्तेमाल कैसे करें? परीक्षा के बाद निकलने वाली उत्तर कुंजी से आप अपने अनुमानित स्कोर का हिसाब लगा सकते हैं और गलतियों पर आपत्तियाँ भी कर सकते हैं। यह प्रक्रिया खासकर सरकारी परीक्षाओं में परिणाम से पहले आपकी स्थिति समझने में मदद करती है।
अंत में, खुद पर भरोसा रखें और लगातार छोटे-समय के अभ्यास को आदत बनाइए। "परीक्षा पैटर्न" टैग पर समाचार प्रारम्भ पर आने वाले अपडेट और गाइड पढ़ते रहें—नोटिफिकेशन, उत्तर कुंजी और अहम बदलावों की खबरें मिलती रहेंगी।
JEE Main 2025 के पहले सत्र की परीक्षाएं 22 से 30 जनवरी 2025 के बीच संपन्न हुईं। एडमिट कार्ड किस्तों में जारी किए गए थे। पंजीकरण नवंबर 2024 में बंद हो गए, जबकि दूसरे सत्र की परीक्षाएं 2 से 9 अप्रैल 2025 के बीच होंगी। परीक्षा के दिन जरूरी दस्तावेज़ लाना अनिवार्य है। जवाब कुंजी और परिणाम फरवरी 2025 में जारी किए गए। आईआईटी/एनआईटी में प्रवेश के लिए कक्षा 12 में 75% अर्हता यथावत है।