ऊपर

IPO क्या है और आपको क्यों ध्यान देना चाहिए

IPO (Initial Public Offering) यानी कोई कंपनी पहली बार आम जनता को अपने शेयर्स बेचती है। अगर आप छोटी-सी रकम से इक्विटी में भाग लेना चाहते हैं तो IPO एक आसान रास्ता दिखता है। पर ध्यान रहे—लाभ और जोखिम दोनों होते हैं।

कैसे आवेदन करें — स्टेप बाय स्टेप

सबसे पहले आपका डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए। आवेदन के लिए आजकल तीन तरीके सामान्य हैं: बैंक के ASBA फॉर्म से, ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म से या UPI लिंक का उपयोग करके। ASBA में पैसा आपकी सावधि खाते में ब्लॉक होता है और अगर आपको शेयर मिलते हैं तो कट जाता है, नहीं तो अनब्लॉक हो जाता है।

आवेदन करते समय क्वोटा समझ लें — रिटेल (छोटी निवेशक), HNI/NII (बड़े निवेशक) और QIB (संस्थागत)। हर कैटेगरी के लिए आवंटन अलग होता है।

ऑलॉटमेंट, रिफंड और लिस्टिंग क्या होता है

ऑलॉटमेंट के बाद अगर आपको शेयर मिलते हैं तो वे आपके डीमैट में जाएँगे। अगर नहीं मिलते तो पैसा बैंक खाते में वापस आएगा। ऑलॉटमेंट ऑनलाइन चेक करने के लिए BSE/NSE साइट या IPO के रजिस्ट्रार की साइट पर पंजीकृत PAN/बैंक डिटेल डालकर देख सकते हैं। लिस्टिंग के दिन शेयर का प्राइस मार्केट तय करता है—कभी-कभी लिस्टिंग पर प्राइस ऊपर कूदता है, कभी गिरता भी है।

एक छोटा-सा नोट: कुछ IPO में प्रमोटर्स के शेयरों पर लॉक‑इन होता है — यानी कुछ समय तक वे शेयर बेचे नहीं जा सकते। यह देखें कि आपके चुने हुए IPO में लॉक‑इन शर्तें क्या हैं।

उदाहरण के तौर पर, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स का IPO 27 दिसंबर 2024 को लिस्ट हुआ। इश्यू प्राइस ₹283 था और लिस्टिंग पर BSE पर ₹392.90 तथा NSE पर ₹393 पर खुला — यानी अच्छी लिस्टिंग पॉप दिखी। यह IPO कुल 82.08 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ; योग्य संस्थागत खरीदारों का हिस्सा 166.33 गुना और खुदरा आवेदकों का 27.13 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन था। ये आंकड़े बताते हैं कि मांग कितनी ज़्यादा थी और लिस्टिंग पर प्राइस प्रेशर कैसे बनता है।

IPO के समय सिर्फ बढ़ी हुई मांग देख कर जल्दी में निर्णय न लें। कई बार हाइप के बाद कीमत गिर सकती है। इसलिए मूल बातें समझकर आवेदन करें।

तेज़ निर्णय के लिए छोटा चेकलिस्ट

- कंपनी का बेसिक बिजनेस मॉडल और रेवेन्यू देखें। - प्राइसिंग: तुलना कंपनियों (pe ratio, growth) के साथ करें। - ऑलॉटमेंट चांस: रिटेल कैटेगरी में कितना सब्सक्रिप्शन है। - लिस्टिंग रिस्क: क्या आप लिस्टिंग पर पलटने का जोखिम उठा सकते हैं? - लॉक‑इन और प्रमोटर हिस्सेदारी देखें।

अगर आप नया निवेशक हैं तो छोटे अमाउंट से शुरू करें और किसी भी IPO में सब कुछ डालने से बचें। अच्छे फैसले वही होते हैं जिनमें जोखिम और रिटर्न दोनों साफ हों।

समाचार प्रारंभ पर हमने हाल के IPO और मार्केट इवेंट कवर किए हैं — जैसे डीएएम कैपिटल की लिस्टिंग और बाजार की प्रतिक्रिया। चाहें तो साइट पर जाकर संबंधित आर्टिकल पढ़ें ताकि हर IPO का निर्णय जानकारी पर आधारित हो।

नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के शेयरों ने शेयर बाजार में 33% प्रीमियम पर शुरुआत की है। बीएसई पर यह शेयर 351 रुपये पर और एनएसई पर 350 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। आईपीओ का प्राइस बैंड 249–263 रुपये था, जिससे 777 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य था। विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तरदायी निवेशक इस शेयर को लंबी अवधि के लिए अपने पोर्टफोलियो में रखें।

FirstCry के मातृ संगठन Brainbees Solutions Ltd. का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) दूसरे दिन भी निवेशकों से ठंडा प्रतिसाद प्राप्त कर रहा है। 440-465 रुपये प्रति शेयर के बैंड में आयोजित यह IPO 8 अगस्त को समाप्त होगा। पहले दिन 0.11 गुना ही सदस्यता प्राप्त हुई, जबकि कर्मचारियों का कोटा 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ। निवेश की स्थिति अभी भी कमजोर बनी हुई है।