नॉर्दर्न आर्क कैपिटल ने शेयर बाजार में एक सशक्त शुरुआत की है, जिसमें इसके शेयर आईपियो की अंकित दर से 33% की प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुए हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर यह शेयर 351 रुपये पर खुला, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इसका मूल्य 350 रुपये रहा। यह आंकड़े IPO की अंकित दर 263 रुपये से कहीं ऊपर हैं। हालांकि, यह कंपनी की उम्मीदों से थोड़ा कम रहा, क्योंकि ग्रे मार्केट में इसकी ट्रेडिंग इससे लगभग 50% प्रीमियम पर हो रही थी।
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के IPO प्राइस बैंड को 249–263 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था, और इसका उद्देश्य 777 करोड़ रुपये जुटाना था। इसमें 1.9 करोड़ शेयरों का नया इश्यू शामिल था, जो 500 करोड़ रुपये का था, और 1.05 करोड़ शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल था, जो 277 करोड़ रुपये का था। इस IPO ने निवेशकों के बीच अपार उत्साह पैदा किया, और इसे 116.92 बार ऑफ़र किए गए शेयरों की तुलना में बोली प्राप्त हुई। खुदरा निवेशकों का भाग 31.57 बार सब्सक्राइब हुआ, जबकि योग्य संस्थागत खरीदार (QIB) और गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) की श्रेणियों में 242.73 और 147.37 बार सब्सक्राइब हुआ।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति में सही निर्णय लेकर, निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ मिल सकता है। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत टैप्से ने कहा, “हालांकि सूचीबद्धता थोड़ी उम्मीदों से कम रही, फिर भी बाजार की मौजूदा भावना को देखते हुए, हम निवेशकों को अपने शेयर पकड़ने की सलाह देते हैं।” शिवानी न्याती, स्वस्तिका इन्वेस्टमर्ट लिमिटेड की वेल्थ हेड ने भी एक समान दृष्टिकोण प्रस्तुत किया, और बताया कि नॉर्दर्न आर्क ने भारत में 101.82 मिलियन लोगों को 1.73 ट्रिलियन रुपये से अधिक का वित्तपोषण प्रदान किया है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के शेयरों में लंबी अवधि के लिए निवेश करने से लाभ की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, निवेशकों को कंपनी की कुल नकदी प्रवाह और उच्च ऋण-से-इक्विटी अनुपात को ध्यान में रखते हुए संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। शिवानी न्याती ने निवेशकों को 263 रुपये की अंकित दर पर स्टॉप-लॉस के साथ चलने की सलाह दी, ताकि लंबी अवधि में निवेश की सुरक्षा हो सके।
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल का ध्यान भारत में अल्पसंख्यक गृहस्थों और व्यवसायों की ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति पर केंद्रित है। यह कंपनियाँ विशेष रूप से एमएसएमई, माइक्रोफाइनेंस, और उपभोक्ता वित्त जैसे क्षेत्रों में सक्रिय हैं। यह रणनीति न केवल इन लोगों की प्रगति में सहायक है, बल्कि कंपनी को भी अधिक स्थिर और सुरक्षित वित्तीय अवस्था में रखती है।
कंपनी ने अब तक भारत भर में 101.82 मिलियन लोगों को कुल 1.73 ट्रिलियन रुपये का वित्तपोषण प्रदान किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नॉर्दर्न आर्क कैपिटल ने वित्तीय समावेशन को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह कंपनी की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है और इसके दीर्घकालिक विकास की संभावना को दर्शाता है।
जिन निवेशकों ने अब तक नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के शेयर नहीं खरीदे हैं, उनके लिए भी मौके की कमी नहीं है। बाजार की मौजूदा स्थिति और कंपनी की दीर्घावधि संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, विशेषज्ञ उन्हें इस मजबूत कंपनी में निवेश करने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि शीघ्रता में कोई निर्णय लेने से पहले, हमेशा अपनी वित्तीय स्थिति और व्यक्तिगत निवेश के लक्ष्य को ध्यान में रखना चाहिए।
अंत में, नॉर्दर्न आर्क कैपिटल के शेयरों की निवेशकों के पोर्टफोलियो में दीर्घकालिक रूप से जगह बनाना एक उचित कदम हो सकता है। इसमें जोखिम के साथ-साथ मौका भी है, और विशेषज्ञों की राय को मानकर चलना एक समझदारी भरा निर्णय हो सकता है।
टिप्पणि (11)
Rajnish Swaroop Azad सितंबर 25 2024
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल की शुरुआती सफलता एक तेज़ धड़कन जैसा है जो बाजार को जगा देती है यह IPO प्रीमियम 33% के साथ खुला है जिससे निवेशकों के दिलों में उत्साह की आग लगी है कंपनी का वित्तीय मॉडल ग्रामीण वित्त को सशक्त बनाता है इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि यह आर्थिक समावेशन की नई हवा है निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए लेकिन साथ ही अवसर को पकड़ना न भूलें
bhavna bhedi सितंबर 26 2024
भाइयो और बहनो इस शानदार अवसर को दिल में बसाइए और वित्तीय रूप से अपना भविष्य मजबूत कीजिए
jyoti igobymyfirstname सितंबर 27 2024
नॉरडर्न आर्क कैपिटल का शेयर देखके तो दिल बही गया प्राइस बैंड जो चलाई गयी थी वह बहुत शानदार थी और सबको हैरान कर दिया अब तो लोग इनवेस्ट करे बिना शक के इस कम्पनी का बिजनेस मॉडल तो काफ़ी आकर्षक लग रहा है आशा है कि आगे भी ऐसे ही सतत बने रहें
Vishal Kumar Vaswani सितंबर 28 2024
🤔️ लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सब सिर्फ एक बेड़े की मछली है? सरकार के छुपे हुए एजेंडा, विदेशी फंडों की चालें, और बैलेंस शीट का असली चेहरा कहीं और छिपा है 🚀🕵️♂️
Ashutosh Kumar सितंबर 30 2024
शेयरों को पकड़के रखो क्योंकि यही समय है जब बाजार का दिल तेज़ धड़क रहा है मौका नहीं गंवाओ अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करो और भविष्य की सफलता को गले लगाओ
Gurjeet Chhabra अक्तूबर 1 2024
क्या यह एक स्थायी समाधान हो सकता है? ये सोचते हुए मैं भी देख रहा हूँ
AMRESH KUMAR अक्तूबर 2 2024
भारत की ताकत, नॉर्दर्न आर्क को समर्थन!
ritesh kumar अक्तूबर 3 2024
यह केवल राष्ट्रीय भावना नहीं, यह आर्थिक रणनीति का नया चरण है जहाँ सभी संकेतक दिखा रहे हैं कि विदेशी हत्यारे इस पर अपना जाल बिछा रहे हैं, इसलिए तुरंत कदम उठाएँ
Neha Shetty अक्तूबर 4 2024
नॉर्दर्न आर्क कैपिटल का IPO बाजार में एक नई लहर लेकर आया है। इस लहर ने न केवल निवेशकों को आकर्षित किया बल्कि वित्तीय क्षेत्र में नई आशा की भी ज्वाला जलाई। कंपनियों की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण हमेशा महत्वपूर्ण रहता है और इस मामले में कंपनी ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई है। लाखों लोगों को वित्तीय सुविधा प्रदान करना एक बड़ी उपलब्धि है। इस तरह की पहल से ग्रामीण और कमजोर वर्गों को आर्थिक स्थिरता मिलती है। इसके साथ ही निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ की संभावना भी दिखाई देती है। हालांकि, हर अवसर में जोखिम भी छिपा होता है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कंपनी का उच्च ऋण-से-इक्विटी अनुपात एक संकेत है जिससे सतर्क रहना आवश्यक है। स्टॉप-लॉस के साथ निवेश करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। बाजार की निरंतर परिवर्तनशीलता को देखते हुए निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाना चाहिए। यह विविधीकरण जोखिम को कम करने में मदद करता है। साथ ही, वित्तीय सलाहकारों से परामर्श लेना उचित रहेगा। निवेशक को अपनी वित्तीय लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता के अनुसार कदम उठाना चाहिए। नॉर्दर्न आर्क के शेयरों में दीर्घकालिक निवेश का दृष्टिकोण सकारात्मक हो सकता है। यह कंपनी की सामाजिक प्रभाव को देखते हुए एक स्थायी विकास का प्रमाण है। अंत में, सभी को सलाह दी जाती है कि वे अपने निर्णय में विवेकपूर्ण रहें और अचानक बाजार में उछाल को नहीं पकड़ें।
uday goud अक्तूबर 6 2024
वास्तव में, इस विस्तृत विश्लेषण में कहा गया है कि नॉर्दर्न आर्क कैपिटल की रणनीति, जो सामाजिक वित्तीय समावेशन पर केंद्रित है, एक प्रशंसनीय पहल है; परंतु, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि बाजार में कहीं भी उच्च जोखिम, उच्च रिटर्न का सिद्धान्त हमेशा लागू नहीं होता, इसलिए, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो के संतुलन को ध्यान में रखते हुए, उचित स्टॉप-लॉस स्तर निर्धारित करना चाहिए, और साथ ही कंपनी के वित्तीय बीजगणितीय आँकड़ों को निरंतर मॉनिटर करना चाहिए, जिससे एक सूचित निर्णय लिया जा सके।
Chirantanjyoti Mudoi अक्तूबर 7 2024
सभी बिंदुओं को देख कर लग रहा है कि जोखिम और अवसर दोनों ही समान रूप से मौजूद हैं; इसलिए, समय-समय पर पुनर्मूल्यांकन करना आवश्यक है।