बारिश या निचले इलाकों में जल भर जाना अचानक बहुत परेशानी दे सकता है। आपमें से कई लोगों ने सड़कें डूबती, घरों में पानी भरता और कम्यूनिटी ड्रेनेज जाम होते देखा होगा। इस पेज पर मैं साफ़ और प्रैक्टिकल तरीके से बताऊँगा कि जलभराव क्यों होता है, तुरंत क्या करें और घर व मोहल्ले में कैसे तैयारी रखें।
सबसे बड़ा कारण है खराब ड्रेनेज — नालियाँ कूड़े से बंद हों तो पानी रुका रहता है। ठेठ कारण: भारी मानसून बारिश, निचली भू-स्थति, निर्माण के चलते प्राकृतिक नालों का बंद होना, और अपर्याप्त शहरी प्लानिंग। कभी-कभी नदी का तट कटना या ओवरफ्लो भी स्थानीय जलभराव बन जाता है। छोटे-छोटे कारण भी बड़े नुकसान का कारण बनते हैं — जैसे प्लास्टिक और पन्नी नालियों में फंस जाना।
पहला कदम: खतरे को तुरंत पहचानें। क्या बिजली के खम्भे पानी में डूब रहे हैं? क्या पानी तेज बहाव के साथ आ रहा है? ऐसी हालत में बिजली सप्लाई से दूर रहें और ऊँची जगह की ओर चले जाएँ।
घर के अंदर: इलेक्ट्रॉनिक्स को ऊँची जगह पर रखें, मीटर-बोर्ड पर पानी आने पर main switch बंद करें (बिना पानी में पहुँचे)। कीमती कागज़, दवा और खाने की जरूरी चीजें वाटरप्रूफ बैग में रखें।
मौजूद आपातकिट में रखें: टॉर्च, अतिरिक्त बैटरियाँ, बैंड-एड, पानी शुद्ध करने की गोलियाँ/क्लोरीन, बेसिक दवाइयाँ, पावर बैंक, ड्राय फ़ूड और आवश्यक दस्तावेज की कॉपी।
गाड़ी और रास्ते: गहराई का अंदाज़ा करना मुश्किल होता है — तेज बहते पानी में गाड़ी न चलाएँ। पैदल भी गहरे पानी से बचें; सिर्फ 15-20 सेंटीमीटर बहाव भी गिरने का कारण बन सकता है।
स्वास्थ्य पर ध्यान: पानी के संपर्क में आने पर कट-छाले हों तो तुरंत साफ़ करके एंटीसेप्टिक लगाएँ। पानी दूषित हो सकता है — पीने के पानी को उबालकर या फिल्टर से उपयोग करें। डॉक्टर की सलाह पर टीकाकरण और दर्द/इन्फेक्शन की दवाइयाँ लें।
किसी को सूचना देना है? स्थानीय नगर निगम, आपदा प्रबंधन की हेल्पलाइन और पुलिस को तुरंत रिपोर्ट करें। कई शहरों में मोबाइल ऐप या व्हाट्सऐप नंबर होते हैं — उनका उपयोग करें।
लंबे समय की तैयारी: छत और मिट्टी की नालियों की सफाई रखिए, ड्रेनेज की नियमित जाँच कराइए और बरसात में कूड़े-भरी जगहें साफ रखें। घर के पास छोटे-छोटे स्तर पर सैंडबैग या अस्थायी अवरोध बनाकर पानी का रुख बदला जा सकता है।
कम्युनिटी एक्शन: पड़ोसियों के साथ मिलकर नालियाँ साफ करें, सीनियर और बच्चों की सूची बनाकर मदद सुनिश्चित करें, और स्थानीय प्रतिनिधियों से ड्रेनेज योजनाओं पर दबाव बनाएँ।
जब पानी उतर जाए: रिकॉर्ड बनाइए — फोटो और नोट्स रखें ताकि बीमा या सरकारी मदद में काम आए। घर को सूखाने, मिट्टी हटाने और इलेक्ट्रिकल चेक करवा कर ही फिर बिजली चालू करें।
जलभराव रुकने का स्थायी उपाय शहरों और गाँवों में बेहतर ड्रेनेज, पेड़ों का संरक्षण और जिम्मेदार कचरा प्रबंधन है। आप छोटे कदम उठाकर अपने घर और मोहल्ले की सुरक्षा बढ़ा सकते हैं। संकट में शांत रहें, सही जानकारी पर काम करें और जरुरत पड़ने पर मदद माँगें।
मुंबई में 18 जून 2025 को हुई जबरदस्त बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक की चुनौतियाँ सामने आईं। अगले हफ्ते उमस बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।