यह टैग पेज खास उन लोगों के लिए है जो झारखंड पुलिस से जुड़ी ताज़ा खबरें, छापे-छान-बीन, भर्ती और सुरक्षा अलर्ट नियमित रूप से देखना चाहते हैं। यहाँ आपको राज्य के बड़े ऑपरेशन्स, स्थानीय अपराध रिपोर्ट, पुलिस नीति बदलाव और नागरिक सुरक्षा से जुड़ी जानकारी मिलेगी।
हमारा फोकस सीधे घटनाओं और उनकी भरोसेमंद रिपोर्टिंग पर है — पुलिस की कार्रवाई, छापे, नक्सल विरोधी अभियान, ट्रैफिक और कानून व्यवस्था से जुड़ी घोषणाएँ। साथ ही, अगर कोई बड़ी भर्ती, प्रमोशन या पुलिस सुधार संबंधी खबर आती है तो वह भी यहीं दिखेगी। लोकल पुलिस स्टेशन से जुड़ी सूचना, प्रेस रिलीज और कोर्ट की हलफनामा जैसी चीजें भी शामिल होंगी।
आपको हमारे आर्काइव में पिछले ऑपरेशन और उनसे जुड़ी रिपोर्टें भी मिलेंगी ताकि संदर्भ समझना आसान हो। किसी खबर में अधिकारी या आधिकारिक दस्तावेज का हवाला होगा तो हम उसे साफ़ तौर पर दिखाते हैं ताकि अफवाहों से बचा जा सके।
पहली बात: हर खबर के साथ स्रोत देखें — पुलिस प्रेस नोट, अधिकारी का बयान, या कोर्ट रिकॉर्ड। आधिकारिक बयान होने पर भरोसा बढ़ता है। अगर किसी खबर में सिर्फ सोशल मीडिया स्टेटमेंट है तो उसे 'रिपोर्टिंग जारी' के रूप में चिह्नित करेंगे।
आपको क्या करना चाहिए? आपात स्थिति में तुरंत 100 या 112 पर कॉल करें। खबर में दिए गए किसी भी दावे की पुष्टिकरण के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क करें या आधिकारिक फ्लैटफॉर्म (Jharkhand Police की वेबसाइट/प्रेस रूम) चेक करें।
हम कोशिश करते हैं खबरों को स्पष्ट, समझने लायक और जल्दी देने की। अगर आपको किसी खबर में त्रुटि दिखे तो नीचे कमेंट कर या हमारी टीम को ईमेल करके बताइए — हम सत्यापित कर के सुधार करेंगे।
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यहाँ हर रिपोर्ट का मकसद साफ है: झारखंड के नागरिकों को असल, त्वरित और उपयोगी जानकारी देना ताकि वे सुरक्षित और जागरूक रह सकें।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि पूर्व झारखंड मुख्यमंत्री चंपई सोरेन झारखंड पुलिस की निगरानी में थे। यह खुलासा उस समय हुआ जब सोरेन ने रांची में औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की घोषणा की। सरमा ने कहा कि दो एसआई जासूसी करते हुए पकड़े गए थे।