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कैंसर — क्या देखना चाहिए और क्या करना चाहिए

कैंसर सुनने में भारी शब्द है, पर जल्दी पहचान और सही कदम लेने से नतीजे बदल सकते हैं। क्या आपने हाल ही में बिना वजह वजन घटा लिया है, किसी हिस्से में गांठ महसूस की है या लगातार खाँसी/खून आना देखा है? ये छोटे संकेत आपको डॉक्टर से मिलने का इशारा देते हैं।

कैंसर के शुरुआती संकेत

कुछ आम लक्षण जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए: अचानक वजन घटना, लगातार थकान, त्वचा या मस्से में बदलाव, असामान्य रक्तस्राव, लगातार खाँसी या आवाज़ में बदलाव, खाने-पीने में दिक्कत या पाचन में बदलाव। कोई भी लक्षण 2–3 हफ्ते से ज्यादा बना रहे तो डॉक्टर से मिलें। जल्दी जाँच कराने से ज्यादा उपचार विकल्प खुले रहते हैं।

याद रखें, हर गांठ कैंसर नहीं होती, पर जांच जरूरी है। डॉक्टर आमतौर पर शारीरिक परीक्षण, रक्त परीक्षण और इमेजिंग (जैसे अल्ट्रासाउंड, CT, MRI) या बायोप्सी के सुझाव देते हैं—ये निर्णय रोग और लक्षण पर निर्भर करते हैं।

रोकथाम और स्क्रीनिंग — रोज़मर्रा के आसान कदम

कैंसर पूरी तरह टाला नहीं जा सकता, पर रोकथाम के बड़े उपाय असरदार हैं। धूम्रपान छोड़ना सबसे महत्वपूर्ण है—सिगरेट से संबंधित कैंसर का जोखिम सबसे ज्यादा होता है। अल्कोहल सीमित रखें, स्वस्थ वजन बनाए रखें और रोज़ाना कम से कम 30 मिनट हल्की-तीव्र गतिविधि करें।

कुछ वैक्सीन बेहद कारगर हैं: HPV वैक्सीन गर्भाशय ग्रीवा और कुछ अन्य कैंसरों से बचाती है, और हेपेटाइटिस बी वैक्सीन जिगर के कैंसर के जोखिम को घटाती है। डॉक्टर से बात करके यह पता करें कि ये वैक्सीन आपके या आपके बच्चे के लिए कब उपयुक्त हैं।

स्क्रीनिंग टेस्ट समय से होने पर कैंसर को शुरुआती चरण में पकड़ लेते हैं। उदाहरण के लिए, महिलाओं के लिए नोट: पाप स्मीयर/HPV टेस्ट और स्तन की स्क्रीनिंग पर चर्चा करें। जो लोग परिवारिक इतिहास रखते हैं उन्हें आनुवंशिक परामर्श और समय से जाँच की सलाह मिल सकती है। स्क्रीनिंग का शेड्यूल व्यक्तिगत जोखिम पर निर्भर करता है—अपने डॉक्टर से तय करें।

अगर डायग्नोसिस हो जाता है तो विकल्पों में सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी, लक्षित उपचार और इम्यूनोथेरेपी शामिल हो सकते हैं। कई मामलों में दो राय लेना, विशेषज्ञों से बात करना और समर्थन समूहों से जुड़ना मददगार रहता है। इलाज का प्लान कैंसर के प्रकार, चरण और मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है।

अंत में, छोटी आदतें बड़ा फर्क डालती हैं: धूप में सनस्क्रीन लगाएं, तंबाकू से दूर रहें, नियमित जाँच कराते रहें और किसी भी अनदेखे लक्षण पर समय न गँवाएँ। आपके सवाल हों तो स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र या डॉक्टर से सीधे बात करें—जल्दी कदम सबसे असरदार होते हैं।

मराठी फिल्म उद्योग के प्रमुख अभिनेता विजय कदम का 67 वर्ष की आयु में कैंसर से निधन हो गया है। कदम ने अपने करियर में कई फिल्मों और नाटकों में काम किया और मराठी सिनेमा के महत्वपूर्ण चेहरे बने। उनके निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों, सहकर्मियों और मनोरंजन उद्योग की अन्य हस्तियों के बीच शोक और संवेदनाओं की लहर दौड़ा दी है।