मराठी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता विजय कदम ने अपने अतुलनीय अभिनय कौशल के कारण दशकों तक दर्शकों के दिलों में विशेष जगह बनाई। बुधवार को कैंसर के खिलाफ लंबी लड़ाई के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। 67 वर्ष की उम्र में उनका निधन मराठी फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति है।
विजय कदम का जन्म और पालन पोषण महाराष्ट्र में हुआ था। अभिनय के प्रति उनका प्यार और जुनून उन्हें धीरे-धीरे मराठी थिएटर और फिर सिनेमा तक ले गया। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने थियेटर से की और धीरे-धीरे फिल्मों की दुनिया में कदम रखा। अपनी मेहनत और समर्पण के कारण, कदम ने कई महत्वपूर्ण और यादगार फिल्मों में काम किया, जिन्होंने उन्हें मराठी सिनेमा के पथ प्रदर्शक बना दिया।
उनका फिल्मी सफर कई मायनों में प्रेरणादायक रहा है। विभिन्न भूमिकाओं और किरदारों को निभाते हुए उन्होंने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। उनके द्वारा निभाए गए किरदार इतने जीवंत और वास्तविक थे कि वे आज भी दर्शकों के मन में ताजा हैं। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘अधूरी एक कहानी’, ‘विजय रोजा’, और ‘माझा पती करोती’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
विजय कदम ने अपनी हर भूमिका को अपनी जानदार अदाकारी से जीवंत बनाया। उनकी फिल्मों में न केवल मनोरंजन था बल्कि उन्होंने समाज के विभिन्न पहलुओं को भी बखूबी दर्शाया। उनकी विशेषता यह थी कि वे हर प्रकार की भूमिकाओं में खुद को ढाल लेते थे, चाहे वह हास्य हो, गंभीर हो या संजीदा।
कदम की न केवल फिल्मों में बल्कि नाटकों में भी गहरी पकड़ थी। वे मराठी रंगमंच के एक प्रमुख स्तंभ थे और उनकी प्रस्तुतियों को आज भी सराहा जाता है। उनका योगदान और उपलब्धियां मराठी सिनेमा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएंगी।
उनके निधन की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई और मराठी फिल्म इंडस्ट्री के तमाम कलाकारों और प्रशंसकों ने उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। जाने-माने अभिनेता और निर्देशकों ने कदम के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ट्विटर, फेसबुक, और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर उनके योगदान की सराहना करते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
मराठी फिल्म जगत में उनके निभाए गए किरदार और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। नए और उभरते हुए कलाकारों के लिए वे एक प्रेरणा स्रोत थे।
विजय कदम का योगदान आने वाले कलाकारों के लिए आदर्श रहेगा। उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से यह साबित किया कि सिनेमा केवल मनोरंजन नहीं बल्कि समाज का दर्पण होता है। उनके जाने के बाद भी उनकी फिल्में और उनके द्वारा निभाए गए किरदार मराठी सिनेमा को नई ऊँचाईयां देने में मदद करेंगे।
उनकी विरासत हमेशा चमकती रहेगी और नए कलाकार उनकी प्रेरणा से सीखते रहेंगे। विजय कदम की अदाकारी सिनेमा प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगी।
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