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कोहिमा: नागालैंड का राजधानी शहर और उसकी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक महत्ता

कोहिमा एक शहर है जो सिर्फ नागालैंड की राजधानी नहीं, बल्कि भारत के उत्तर-पूर्व के सबसे जीवंत जनजातीय संस्कृतियों का दर्पण है। कोहिमा, नागालैंड की राजधानी और एक ऐतिहासिक युद्धभूमि, जहाँ द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश और जापानी सेनाओं के बीच निर्णायक लड़ाई हुई थी। आज यह शहर न केवल स्मृतियों का स्थान है, बल्कि नागा जनजातियों की जीवनशैली, परंपराओं और आधुनिक राजनीति का भी केंद्र है। यहाँ की हर गली, हर बाजार, हर उत्सव एक अलग कहानी सुनाता है — जिसमें नागा जनजाति की गहरी जड़ें और उनका भविष्य एक साथ बसे हुए हैं।

नागालैंड, भारत का सबसे छोटा राज्य जो अपनी अद्वितीय जनजातीय संरचना और लंबे समय तक चले आ रहे स्वतंत्रता आंदोलन के लिए जाना जाता है का दिल कोहिमा है। यहाँ के लोग अपनी भाषाओं, नृत्यों और रिवाजों को आधुनिक भारत के साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि यहाँ की खबरें कभी सिर्फ राजनीति या पुलिस एक्शन नहीं होतीं — ये लोगों की आवाज़ होती हैं। कोहिमा में हुए राजनीतिक बदलाव, शिक्षा के नए प्रयास, या यहाँ के युवाओं का डिजिटल उद्यम भी अक्सर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन जाते हैं।

कोहिमा युद्ध, द्वितीय विश्व युद्ध का एक निर्णायक मोड़, जिसने न केवल दक्षिण-पूर्व एशिया के भाग्य को बदल दिया, बल्कि भारत के उत्तर-पूर्व की सैन्य और सांस्कृतिक पहचान को भी गहराई से आकार दिया आज भी इस शहर की पहचान का हिस्सा है। युद्ध स्मारक, युद्ध कब्रें और वर्षावासी यादगार इस शहर के हर कोने में दिखाई देते हैं। लेकिन यहाँ की जिंदगी अब सिर्फ अतीत की यादों पर निर्भर नहीं है। आज कोहिमा में युवा अपने आप को खेल, साहित्य और टेक्नोलॉजी के जरिए नए रास्ते बना रहे हैं। यहाँ के लोग अपने स्थानीय उत्पादों को देशभर में बेच रहे हैं, अपने लोक नृत्य को सोशल मीडिया पर प्रस्तुत कर रहे हैं, और अपनी परंपराओं को नए ढंग से जी रहे हैं।

इस लिस्टिंग में आपको कोहिमा से जुड़ी वो सभी खबरें मिलेंगी जो इस शहर के बारे में आपको जानना चाहिए — चाहे वो राजनीति हो, युद्ध की यादें हों, या फिर यहाँ के लोगों के जीवन के छोटे-छोटे पल। यहाँ आपको ऐसी खबरें मिलेंगी जो आम खबरों में नहीं मिलतीं — जिनमें इतिहास और आज की दुनिया एक साथ बसी हैं।

25 फरवरी 2025 को नागालैंड स्टेट लॉटरी ने डियर सुपर डायमंड ड्रॉ में 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार घोषित किया। तीन ड्रॉ कोहिमा से हुए, जिनमें से एक देर से आया।