एक बड़े सैन्य अभ्यास में सिर्फ सैनिक ही नहीं बल्कि सैकड़ों वाहनों, विमान, जहाज और लाखों लीटर ईंधन लगे होते हैं। ये अभ्यास ताकत दिखाने से ज्यादा, तैयार रहने और प्रक्रिया परखने के लिए होते हैं। आपने कभी सोचा है कि ये कदम सीमा पर तनाव बढ़ाते हैं या शांति बनाए रखने में मदद करते हैं? जानना जरूरी है ताकि खबरों में आई हर सुर्ख़ी को समझ सकें।
सामान्य तौर पर अभ्यास तीन तरह के होते हैं: राष्ट्रीय (केस-स्टडी, कमांड पोस्ट), द्विपक्षीय/बहुपक्षीय (दो या अधिक देशों के बीच), और फील्ड/लाइव-फायर ड्रिल्स। हर प्रकार का उद्देश्य अलग होता है — सामरिक तालमेल, हवाई-समन्वय, नौसैनिक कड़ी या साइबर-रणनीति।
जब किसी अभ्यास की खबर आती है तो कुछ चीजें तुरंत देखिए: कौन कौन से देश शामिल हैं, कितने सैनिक/एसेट तैनात हुए, क्या लाइव-फायर शामिल है, और किस इलाके में हो रहा है। ये संकेत बताते हैं कि अभ्यास सिर्फ प्रशिक्षण है या किसी राजनीतिक संदेश का हिस्सा भी है। उदाहरण के लिए Malabar, Yudh Abhyas और INDRA जैसी कॉकिस्टर अभ्यास अक्सर साझेदारी और रणनीतिक भरोसे को परखते हैं।
एक और महत्वपूर्ण बात: आधिकारिक बयान और स्थानीय प्रशासन के आदेश पढ़ें। मीडिया हाइप और सोशल मीडिया अफवाहें फैलाती हैं — इसलिए रक्षा मंत्रालय या आधिकारिक चैनलों की पुष्टि पर भरोसा कीजिए।
आपके इलाके में अभ्यास हो रहा है तो खतरे से बचने के सरल नियम अपनाइए।: (1) प्रतिबंधित क्षेत्रों से दूर रहें, (2) स्थानीय प्रशासन या आपदा प्रबंधन के निर्देश मानें, (3) एयरवेज या समुद्री मार्ग पर यात्रा से पहले नोटिस चेक करें, और (4) अफवाहें न फैलाएं — सत्यापन के बिना कोई जानकारी साझा न करें।
स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी असर होता है: छोटे शहरों में सैनिक गतिविधि से कारोबार को ऑर्डर और रोजगार मिल सकते हैं, पर कभी-कभी यातायात और पर्यटन पर असर भी पड़ता है। इसलिए स्थानीय प्रशासन के सुझाए वैकल्पिक मार्ग और समय समझ लें।
रणनीतिक दृष्टि से अभ्यास देशों के बीच信頼 (ट्रस्ट) बनाने और तकनीक साझा करने का मंच होते हैं। वे हथियार खरीदारी, लॉजिस्टिक्स और सैन्य कूटनीति को प्रभावित करते हैं। पर याद रखें — अभ्यास को खबर में देखना और उनकी असल मंशा अलग बातें हो सकती हैं; विश्लेषण में पैमाने और पार्टिसिपेंट्स पर ध्यान दीजिए।
खबरों को समझने का आसान तरीका: स्रोत की जाँच, अभ्यास का आकार और हिस्सेदार देशों की पहचान, और स्थानीय प्रशासन की हिदायतें पढ़ना। ऐसे आप सुरक्षित भी रहेंगे और सच भी समझ पाएंगे। अगर आप चाहें तो हमारी साइट पर जुड़े रहिए — हम अभ्यासों की सटीक और सार्थक खबरें सीधे स्रोतों से दे रहे हैं।
गुरुवार को चीन की सेना ने ताइवान के निकट बड़े पैमाने पर 'दंडात्मक' सैन्य अभ्यास किया, जिसमें सभी सैन्य शाखाएं भाग लीं। यह कार्रवाई ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के उद्घाटन भाषण के जवाब में की गई, जिसे बीजिंग ने 'विभाजनकारी कृत्य' माना। ताइवान ने इन अभ्यासों की निंदा की और अपनी सेना को सतर्क कर दिया।