शेयर बाजार अवकाश का मतलब है ऐसे दिन जब NSE और BSE पर ट्रेडिंग नहीं होती। ये छुट्टियाँ राष्ट्रीय त्यौहार, राज्य स्तर की छुट्टियाँ या नियमत: शनिवार-रविवार पर आती हैं। ट्रेडिंग न होने का सीधा असर लिक्विडिटी, ऑर्डर निष्पादन और फ्यूचर्स/ऑप्शंस के सेटलमेंट पर पड़ता है। इसलिए जानना जरूरी है कि कौन से दिन मार्केट बंद रहेगा और आप उससे कैसे तैयारी कर सकते हैं।
अवकाश तीन तरह के होते हैं: सार्वभौमिक (national) जैसे गणतंत्र दिवस, रविवार/शनिवार जैसे साप्ताहिक, और राज्य-विशेष या बैंक हॉलिडे। इसके अलावा कभी-कभी तकनीकी कारण या सर्वर अपडेट के लिए भी बाजार बंद रह सकता है। F&O एक्सपायरी वाले हफ्तों में कुछ विशेष व्यवस्था रहती है—कभी-कभी एक्सपायरी दिन पर भी मार्केट सुबह जल्दी खुल सकता है या सेटलमेंट शेड्यूल अलग होता है।
बाजार बंद होने पर फोन/ऑनलाइन ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म पर आप कुछ सेवाएँ देख सकते हैं — जैसे अकाउंट बैलेंस, पोर्टफोलियो, ऑर्डर हिस्ट्री — लेकिन नया ट्रेड प्लेस नहीं होगा। डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स और एम्यूटी फंड्स के निर्देश अलग तरह से लागू होते हैं, इसलिए उनके नोटिस पढ़ना जरूरी है।
1) अवकाश वाला कैलेंडर चेक करें: साल की शुरुआत में NSE और BSE दोनों की आधिकारिक छुट्टियों की सूची देखें और अपने ट्रेडिंग कैलेंडर में सेव कर लें।
2) ओपन ऑर्डर और स्ट्रेटेजी चेक करें: यदि आप मार्टिंगेल या किसी टाइम-सेंसिटिव स्ट्रेटेजी इस्तेमाल करते हैं तो बाजार बंद होने से पहले अपने ओपन पोजीशन रिव्यू कर लें।
3) फंड ट्रांज़ैक्शन का ध्यान रखें: बैंक हॉलिडे पर NEFT/RTGS/IMPS पर असर पड़ सकता है। ईएमआई, SIP या म्युचुअल फंड ट्रांजैक्शन की तारीख़ें कैलेंडर के अनुसार एडजस्ट कर लें।
4) F&O एक्सपायरी से पहले प्लान बनाएं: एक्सपायरी का दिन और सेटलमेंट नियम समझ लें—कभी-कभी पोस्ट-मार्केट सेटलमेंट बंद होने से मार्जिन की पोजिशन पर असर पड़ सकता है।
5) रिसर्च व पोर्टफोलियो रिव्यू करें: अवकाश को नया मौका समझें—न्यूज़ पढ़ें, अगली ट्रेडिंग सेशन के लिए प्लान बनाएं और एलाइनमेंट करें।
6) सूचना स्रोत विश्वसनीय रखें: आधिकारिक नोटिस NSE/BSE या आपके ब्रोकरेज की अलर्ट्स पर ही भरोसा करें। सोशल मीडिया से तुरंत प्रभावित न हों।
बाजार बंद रहना आम बात है, लेकिन प्रभाव रणनीति पर निर्भर करता है। छोटी अवधि के ट्रेडर्स को अधिक ध्यान रखना चाहिए जबकि दीर्घकालिक निवेशक समय का लाभ उठाकर रिसर्च कर सकते हैं। अगले बार जब भी बाजार अवकाश दिखे, एक स्पष्ट प्लान लेकर आएं—इससे जोखिम कम और अवसर बेहतर मिलते हैं।
18 अप्रैल 2025 को गुड फ्राइडे के कारण भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा। इससे BSE, NSE और NCDEX पर तीन दिन लगातार कोई ट्रेडिंग नहीं होगी। केवल कुछ कमोडिटी डेरिवेटिव्स संध्या सत्र में सीमित गतिविधी हो सकती है। निवेशकों को अगला मौका सोमवार, 21 अप्रैल को मिलेगा।