इस बार अप्रैल महीने में शेयर बाजार से जुड़े निवेशकों को एक बड़ा ब्रेक मिलने वाला है। 18 अप्रैल 2025 (गुड फ्राइडे) को BSE, NSE और NCDEX जैसी सभी बड़ी मार्केट्स पूरी तरह बंद रहेंगी। यह बंदी सिर्फ एक दिन की नहीं, बल्कि लगातार तीन दिन तक चलेगी क्योंकि उसके साथ ही शनिवार और रविवार का साप्ताहिक अवकाश भी है। यानी देशभर के इंवेस्टर्स और ट्रेडर्स को इस दौरान बायिंग-सेलिंग का कोई भी मौका नहीं मिलेगा।
सिर्फ इक्विटी यानी शेयर्स ही नहीं, BSE और NSE के डेरिवेटिव्स, सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोवरिंग (SLB) सहित तमाम प्रकार के वित्तीय उपकरणों में भी ट्रांजैक्शन नहीं होंगे। NCDEX (नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज) के कुछ कमोडिटी डेरिवेटिव्स के संध्या सत्र (शाम 5 बजे के बाद) में आधी-अधूरी गतिविधियां हो सकती हैं, वह भी सिर्फ सेलेक्टेड सेगमेंट्स में। मगर मुख्य और बड़े लेन-देन तीन दिनों के लिए पूरी तरह बंद रहेंगे।
तीन दिनों तक कोई शेयर बाजार गतिविधि नहीं होने से छोटे-बड़े सभी निवेशक अपने पोर्टफोलियो, एकाउंट्स और रणनीति को लेकर अलर्ट मोड पर हैं। आमतौर पर वीकेंड पर 2 दिन की बंदी होती है, लेकिन इस बार गुड फ्राइडे के चलते 3 दिन तक मार्केट से कोई लाइव अपडेट, ट्रेडिंग या वॉलेट मूवमेंट नहीं होगा। इन दिनों घरेलू और इंटरनैशनल बाजारों में कोई बड़ी हलचल हो जाए तो उसका असर, सीधा सोमवार सुबह नजर आ सकता है। इसलिए बहुत सारे ट्रेडर्स शुक्रवार से पहले अपने ओपन पोजिशन क्लोज करने में जुटे हैं, ताकि सोमवार को किसी शॉर्प मूवमेंट में फंस न जाएं।
इस ब्रेक के बाद अगला अवकाश 1 मई (महाराष्ट्र दिवस) को है और फिर अगस्त में देशव्यापी छुट्टियाँ दिखाई देती हैं, जैसे 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) या 27 अगस्त (गणेश चतुर्थी)। साल के दरम्यान अक्टूबर में दिवाली के मौके पर ट्रेडिंग सिर्फ मुहूर्त सेशन के लिए खुलेगी, जो एक परंपरागत ट्रेडिंग सत्र होता है।
अगर आप पिछले कुछ दिनों में बाज़ार की चाल देखेंगे, तो ट्रेडर्स इससे पहले वाली हफ्ते में खासतौर पर तेज़ी और गिरावट दोनों ही मौके अपनी रणनीति के हिसाब से पकड़ना चाहेंगे। लेकिन, लंबे ब्रेक के दौरान अचानक कोई ग्लोबल न्यूज या अनएक्स्पेक्टेड इवेंट्स आ गए तो सोमवार का ओपनिंग काफी वोलैटाइल हो सकता है। आम निवेशकों को सलाह है कि अपनी ट्रेडिंग पोजिशन को ध्यान से प्लान करें।
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