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सिविल सेवा: सफलता के लिए आसान और काम की रणनीति

क्या आप सिविल सेवा पास करना चाहते हैं पर रास्ता साफ नहीं दिख रहा? सही तैयारी, लगातार अभ्यास और स्मार्ट स्टडी प्लान ही फर्क बनाते हैं। नीचे दी गई सलाहें सीधे, व्यावहारिक और वही हैं जो रोज़मर्रा के तैयारी करने वालों के काम आती हैं।

परीक्षा संरचना समझें — प्री, मेन्स, इंटरव्यू

प्रीलिम्स में दो पेपर होते हैं: GS और CSAT। CSAT में पास मार्क्स पर ध्यान दें, हल्की तैयारी से कट सकता है। मेन्स लिखित है — 9 पेपर (GS + Optional) — इसलिए लेखन अभ्यास जरूरी है। इंटरव्यू में पर्सनैलिटी और मुद्दों पर आपकी समझ का आकलन होता है; इससे पहले मॉक इंटरव्यू दें।

समय बांटें: पहले 6–8 महीने बेसिक नोट्स और NCERT/मूल किताबें पढ़ें, अगले 4–6 महीने मेन्स के लिए उत्तर लेखन और इंटरव्यू के लिए पेट-पकड़ कर तैयारी रखें। रोज़ाना करंट अफेयर्स के लिए 1 घंटा फिक्स रखें — अखबार (The Hindu/Indian Express) और सरकारी स्रोत (PIB, PRS) देखें।

पुस्तकें और संसाधन — किससे शुरुआत करें

बेसिक किताबें: NCERT 6-12 (हिस्ट्री, पॉलिटिक्स, अर्थशास्त्र, भूगोल), Laxmikanth (Polity), Bipin Chandra (Modern India), Ramesh Singh (Economy), G.C. Leong (Geography)। साथ में एक भरोसेमंद करंट अफेयर्स मंथली और पिछले सालों के प्रश्न-पत्र जरूर हल करें।

ऑनलाइन संसाधनों का समझदारी से इस्तेमाल करें: मानक कोर्स को छोटे वीडियो और नोट्स में बाँट कर पढ़ें, पर फ़ास्टीड चैनलों और फॉरम्स पर समय बिताने से बचें।

ऑप्शनल कैसे चुनें? अपनी बैकग्राउंड, इंटरस्ट और उसकी स्कोरिंग हाइटर-लोअर को देखें। कोई विषय चुनें जिसमें आपके पास पहले से पकड़ हो या जिसे आप कम समय में मास्टर कर लें।

प्रैक्टिकल टिप्स — रोज़ का रूटीन बनाएं: सुबह ताज़ा दिमाग में कठिन विषय पढ़ें, दोपहर में करंट अफेयर्स और शाम को रिवीजन/प्रैक्टिस रखें। हफ्ते में कम से कम एक फुल-मॉक प्री और एक मेन्स का टाइम-बाउंड उत्तर लिखें।

उत्तर लेखन का फॉर्मेट: छोटे परिचय, 2–3 पैराग्राफ तर्क और एक सारांश या सुझाव। क्लियर हेडिंग, पॉइंट्स और उदाहरण दें। समय प्रबंधन के लिए शब्द-सीमा का पालन करें।

मानसिक फिटनेस और कंसिस्टेंसी: रोज़ 7 घंटे की नींद, हल्का व्यायाम और छोटे ब्रेक रखें। तनाव आने पर छोटे-छोटे लक्ष्य सेट करें — पूरा पाठ्यक्रम एक साथ नहीं।

अंत में, हर महीने अपनी प्रगति चेक करें: कौन से टॉपिक्स कमजोर हैं, किसे और रिवाइज़ करना है, और मॉक स्कोर में क्या सुधार हुआ। तैयारी लंबी रेस है; स्मार्ट वर्क और लगातार अभ्यास ही जीत दिलाते हैं।

प्रीति सूदन ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की नई चेयरपर्सन के रूप में कार्यभार संभाला है, जो कि पूर्व चेयरमैन मनोज सोनी के इस्तीफे के बाद हुआ। प्रीति सूदन एक पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव हैं और उनके पास प्रशासन का गहन अनुभव है। वह कई महत्वपूर्ण योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर चुकी हैं।