क्या आप सोचते हैं कि "टिकाऊ समाधान" सिर्फ बड़े सरकारी प्रोजेक्ट हैं? नहीं। छोटे-छोटे रोज़ के फैसले भी असर दिखाते हैं। यहां ऐसे सीधे और प्रायोगिक उपाय दिए हैं जिन्हें आप आज से अपनाना शुरू कर सकते हैं — घर से लेकर मोहल्ले और शहर तक काम आते हैं।
पहला काम: बिजली बचाओ। LED लाइट लगाकर और अनावश्यक चार्जिंग रोककर आप बिजली का बड़ा हिस्सा बचा सकते हैं। फ्रिज, एसी जैसे उपकरणों का ऊर्जा-स्टार रेटिंग देखें — यह हर महीने के बिल में फर्क डालता है।
रिन्यूएबल विकल्प पर विचार करें: छत पर रूफटॉप सोलर लगाने की स्कीम्स आज सस्ती हुई हैं और टैक्स-बीनीफिट भी मिलते हैं। छोटे सोलर पैनल छनें तो लाइट और पंखे सीमित लागत में चल सकते हैं।
जल बचत और दोहराव भी जरूरी है। रेनवॉटर हार्वेस्टिंग और ग्रेवाटर रीयूज से बगीचे की सिंचाई और फ्लशिंग में पानी बचता है — मुंबई जैसे शहरों में तेज बारिश और जलभराव दोनों चुनौती हैं, पर स्मार्ट स्टोरेज से सूखे समय में काम आता है।
कचरा कम करने के लिए segregation जरूरी है। रसोई का ऑर्गेनिक कचरा कम्पोस्ट करिए — इससे न सिर्फ कचरा कम होगा बल्कि बगीचे के लिए मुफ्त खाद भी मिलेगी। प्लास्टिक कम करें, रीयूजेबल बैग और बोतलें रखें।
यातायात के लिए पेयारः पर्सनल कार कम चलाएँ, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और कारपूल का प्रयोग बढ़ाएँ। अगर दूरी कम है तो साइकिल या पैदल चलकर आपको स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों का लाभ होगा।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) पर सोचना शुरू करें — जैसे शहरों में Ola Electric की नई लाइनअप ने विकल्प बढ़ाए हैं। छोटी दूरी के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर सस्ता और साफ़ विकल्प हैं। चार्जिंग नेटवर्क बढ़ रहा है, इसलिए स्थानीय चार्जिंग प्लान जान लें।
शहर स्तर पर: बारिश के मौसम में ड्रेनेज और हरित क्षेत्र पर ध्यान दें। स्थानीय नागरिक समूह मिलकर वृक्ष रोपण और सामुदायिक वाटर स्टोरेज बना सकते हैं — इससे बाढ़ के दौरान पानी रोकने और गर्मी में ठंडक दोनों मिलती हैं।
आपका वोट और आवाज भी महत्वपूर्ण है। लोकल पॉलिसियों में साफ ऊर्जा, बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट और ठोस कचरा प्रबंधन के लिए समुदाय के साथ मांग उठाइए। छोटे प्रोजेक्ट — जैसे स्कूलों में रीसाइक्लिंग कैंपेन या मोहल्ले में सोलर स्ट्रीट लाइट्स — जल्दी दिखते प्रभाव देते हैं।
शुरू करने के लिए तीन आसान काम आज ही करें: (1) हर कमरे में LED और टाइमर लगाइए, (2) नहाने और रसोई में पानी बचाने के तरीके अपनाइए, (3) अपने घर या गली में 1 पेड़ लगाइए। इन छोटे कदमों से टिकाऊ बदलाव का रास्ता बनता है।
अगर आप चाहें, हम आपको स्थानीय स्कीम और सब्सिडी के बारे में भी गाइड कर सकते हैं — कमेंट में बताइए कि किस तरह का समाधान चाहिए: ऊर्जा, जल, कचरा या ट्रांसपोर्ट?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का उद्घाटन किया, जो भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है। यह एक्सपो 17 से 22 जनवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें विविध प्रकार की सम्मेलन और प्रदर्शनी शामिल होंगी। यह आयोजन टिकाऊ और उन्नत मोबिलिटी समाधानों पर केंद्रित है।