प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 जनवरी, 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का शुभारंभ किया। इस एक्सपो का आयोजन भारत के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी मोबिलिटी प्रदर्शनी के रूप में किया जा रहा है। इस एक्सपो का मकसद मोबिलिटी वैल्यू चेन को एक छत के नीचे लाना है। यह आयोजन तीन स्थानों पर होगा: भारत मंडपम और यशोभूमि नई दिल्ली में, और इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में।
एक्सपो में 9 से अधिक सहायक प्रदर्शनियाँ, 20 से अधिक सम्मेलन और पविलियन आयोजित किए जाएंगे। यह आयोजन राज्य स्तरीय सत्रों को भी प्रदर्शित करेगा जिनका उद्देश्य नीतियों और पहल के माध्यम से मोबिलिटी क्षेत्र में सहभागिता को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से उद्योग और क्षेत्रीय स्तर पर सहकार्य को सक्षम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
यह आयोजन भारत सरकार के सहयोग से इंडस्ट्री के स्तर पर चलाया जा रहा है। इसे भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात प्रचार परिषद द्वारा समन्वित किया जा रहा है तथा विभिन्न उद्योग निकायों और साझेदार संगठनों का समर्थन प्राप्त है। एक्सपो का मुख्य उद्देश्य टिकाऊ और उन्नत मोबिलिटी समाधानों को दर्शाना है, जिसमें इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, CNG, और जैवईंधन तकनीकों में नई प्रगति को शामिल किया गया है।
आयोजन में 1500 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने की उम्मीद है और इसके 500,000 से अधिक आगंतुकों को आकर्षित करने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर भारत की ऑटोमेटिव उद्योग की शानदार संभावनाओं की बात की, जिसे उन्होंने ‘शानदार’ और ‘भविष्य के लिए तैयार’ के रूप में वर्णित किया।
एक्सपो के दौरान, प्रधानमंत्री ने भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र के दिग्गजों जैसे रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को श्रद्धांजलि भी दी, जिन्होंने इस उद्योग में अमूल्य योगदान दिया है। प्रधानमंत्री के अनुसार, भारत की ऑटोमेटिव उद्योग अब नए आयामों को छूने के लिए तैयार है, विशेषकर ऐसे समय में जब पूरी दुनिया टिकाऊ और पर्यावरण-संचालित समाधान के प्रति जागरूक हो रही है।
इस विशाल प्रदर्शन का आयोजन उस समय में हो रहा है जब भारत वैश्विक स्तर पर टिकाऊ ऊर्जा और मोबिलिटी समाधान के लिए नई नीतियाँ और परियोजनाएं शुरू कर रहा है। सरकार की योजना है कि भारत आने वाले वर्षों में मोबिलिटी के क्षेत्र में अग्रणी बने और इसमें भारत के प्रमुख उद्योगपति और नवाचार संस्थान अहम भूमिका निभाएं।
उम्मीद की जा रही है कि इस आयोजन के माध्यम से नई दिल्ली और ग्रेटर नोएडा क्षेत्रों को वैश्विक मोबिलिटी हब के रूप में विकासित किया जा सकेगा। यह एक्सपो इस बात को स्पष्ट करता है कि भारत अब न केवल एक विनिर्माण केंद्र है बल्कि एक नवाचार का केंद्र भी है जिसकी संभावनाओं को दुनिया अनदेखा नहीं कर सकती।
इस तरह की पहल भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल घरेलू बाजार के लिए फायदेमंद होगा बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी भारत की क्षमता को ऊंचा उठाएगा।
उम्रदराज़ और नए निवेशकों के लिए भी यह एक बेहतरीन अवसर है, जो भारत की भारी संभावना देखकर यहाँ निवेश करना चाहेंगे। इसके जरिए हम न केवल एक टिकाऊ भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकेंगे, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी अपनी नवाचार और उद्यमशीलता की शक्ति से प्रभावित कर सकेंगे।
टिप्पणि (12)
Navina Anand जनवरी 17 2025
बहुत ही उत्साहजनक जानकारी है यह। भारत की मोटर इंडस्ट्री अब वैश्विक मंच पर अपना मुकाम बना रही है। इस तरह के इवेंट्स से न केवल नवाचार को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं। उम्मीद है कि यहाँ प्रदर्शित तकनीकें सड़कों को अधिक सुरक्षित और पर्यावरण‑हितैषी बनाएँगी। सभी हितधारकों को मिलकर इस पहल को सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए। अंत में, यह कदम भारत को मोबिलिटी के भविष्य में अग्रणी बनाता है।
Prashant Ghotikar जनवरी 23 2025
एक्सपो में अलग‑अलग तकनीकों का एक साथ होना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे उद्योग में सहयोग बढ़ेगा और नई नीतियों की दिशा तय होगी। ऐसी पहलें हमारे आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
Sameer Srivastava जनवरी 29 2025
वाह! बहुत बड़ा इवेंट!!
Mohammed Azharuddin Sayed फ़रवरी 4 2025
मोबिलिटी के क्षेत्र में इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड तकनीकें अब सिर्फ सपने नहीं रह गई हैं। इन नवाचारों का व्यापक अपनाना पर्यावरणीय दबाव को कम कर सकता है। साथ ही, यह उद्योग को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में मजबूती देगा। इस दिशा में निरंतर शोध और निवेश आवश्यक है।
Avadh Kakkad फ़रवरी 10 2025
एक्सपो में 1500 से अधिक प्रदर्शक और आधे मिलियन से अधिक दर्शक आने की संभावना है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत की ऑटोमोटिव क्षमता कितनी तेज़ी से बढ़ रही है। सरकारी पहलें, जैसे नई सधारण ऊर्जा नीतियां, इस वृद्धि को और तेज़ करेंगे। साथ ही, विभिन्न सहायक प्रदर्शनियों से उद्योग के विभिन्न वर्गों को एक मंच मिलेगा। इस तरह के मंच से भारतीय निर्माताओं को वैश्विक भागीदारों के साथ नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगी।
Sameer Kumar फ़रवरी 16 2025
जब हम "मोबिलिटी" शब्द को गहराई से देखते हैं, तो यह केवल यांत्रिक सिद्धांत नहीं, बल्कि मानव सभ्यता की प्रगति का प्रतिबिंब है। भारत की जमीन पर, जहाँ परम्परा और नवाचार साथ-साथ चलते रहे हैं, इस एक्सपो का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह मंच न केवल वाहनों के प्रदर्शन को दर्शाता है, बल्कि ऊर्जा परिवर्तन, शहर नियोजन, और सामाजिक समावेशन के नए विचारों को भी समाहित करता है। एजी इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, CNG, और बायोफ्यूल जैसी तकनीकें हमारे पर्यावरणीय संकट के समाधान की ओर कदम बढ़ा रही हैं। इस परिवर्तन के पीछे विज्ञान नहीं, बल्कि दर्शन है – "पृथ्वी को बचाना, भविष्य को सुरक्षित बनाना"। जब उद्योग के दिग्गज और युवा स्टार्ट‑अप एक साथ विचारों का आदान‑प्रदान करते हैं, तो नवाचार की ज्वाला और अधिक तेज़ होती है। यह ज्वाला न सिर्फ हमारे शहरों को स्वच्छ बनाती है, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति देती है। यह समझना आवश्यक है कि स्थिरता केवल एक शब्द नहीं, बल्कि एक गति है, जो निरंतर चलती रहती है। इस गति में प्रत्येक नीति, प्रत्येक निवेश, प्रत्येक शोध का अपना योगदान होता है। भारत का वैश्विक मॉडेल बनना, केवल उत्पादन की मात्रा पर नहीं, बल्कि गुणवत्ता, दक्षता और सामाजिक प्रभाव पर निर्भर करता है। इस संदर्भ में, ग्रेटर नोएडा और नई दिल्ली जैसी स्थलों का चयन, मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करने का अवसर प्रदान करता है। यह स्थान न केवल भौगोलिक हब है, बल्कि विचारों का केंद्र भी बन जाएगा। अंत में, जब हम इस एक्सपो को देखते हैं, तो हमें याद रखना चाहिए कि यह सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि एक भविष्य की दिशा है, जहाँ भारत नवाचार, सहयोग, और सतत विकास के मारग पर अग्रसर है।
naman sharma फ़रवरी 21 2025
सरकार के इस बड़े आयोजन के पीछे, क्या हम वास्तव में केवल तकनीकी प्रगति देख रहे हैं, या फिर कोई गुप्त एजेंडा है जो सार्वजनिक हित से अलग दिशा में चल रहा है? कई स्रोतों से यह संकेत मिल रहा है कि इस एक्सपो में विदेशी पूंजी के बड़े निवेश को छुपाया जा रहा है। यदि यह सच है, तो हमें सतर्क रहना चाहिए और पारदर्शिता की माँग करनी चाहिए।
Sweta Agarwal फ़रवरी 27 2025
वाह, फिर से "शानदार" शब्दों में घिसा-पीसा, जैसे हर साल नया नहीं है। आशा है इस बार कुछ वास्तविक बदलाव देखने को मिलें।
KRISHNAMURTHY R मार्च 5 2025
इंडस्ट्रियल इन्फ्रास्ट्रक्चर के एब्सोल्यूट इंटेग्रेशन के साथ, सी-एंड-जी तकनीकें यहाँ अत्याधुनिक लेवल पर प्रदर्शित होंगी। इस इवेंट की सफलता KPI‑ड्रिवेन स्ट्रेटेजी पर निर्भर करेगी 😊। साथ में, क्लीन एनर्जी मॉड्यूल और स्मार्ट ग्रिड आर्किटेक्चर भी सामने आएँगे, जिससे इको‑सिस्टम के पारिस्थितिकी तंत्र में इम्प्रूवमेंट होगा।
priyanka k मार्च 11 2025
ऊपर की टिप्पणी में उल्लेखित "शानदार" शब्द वास्तव में कन्फ्यूज़न पैदा करता है। लेकिन फिर भी, इस इवेंट की पब्लिक रिलेशन स्ट्रेटजी में काफी हद तक फॉर्मलिटी बरकरार है 😊।
sharmila sharmila मार्च 17 2025
अभिनव टेक्नोलोजी और भारत की मोटर इंडस्ट्री का यह मिलन शानदार लग रहा है। थ्रड 1 में बताई गई नम्बर्स सही है, बस थोड़ा टाइपो था। आशा है सभी स्टेकहोल्डर इस प्लेटफॉर्म पर जुड़ेंगे।
Shivansh Chawla मार्च 23 2025
देशभक्तों को गर्व होना चाहिए कि भारत अब मोटर वैल्यू चेन में ग्लोबल लीडर बन रहा है। इस एक्सपो से हमारे इंडस्ट्रियल जर्सी को नया जेट ऐड मिलेगा। ऐसी पहलें ही राष्ट्रीय विकास की रीढ़ बनती हैं।