क्या आप भी गर्मी के साथ चिपचिपी हवा से परेशान रहते हैं? उमस (ह्यूमिडिटी) उसी चिपचिपाहट को कहते हैं जो पसीना सूखने नहीं देती और थकान बढ़ा देती है। यहाँ मैं सीधे और सरल तरीके बता रहा हूँ जिनसे आप घर पर और बाहर तुरंत राहत पा सकते हैं।
आस-पास की हवा में मौजूद पानी की मात्रा को आर्द्रता कहते हैं। समुद्र के पास, बारिश के बाद या जब तापमान तेज़ी से बढ़े तो हवा में नमी ज्यादा रहती है। नमी ज्यादा होने पर पसीना शरीर से नहीं सूख पाता, इसलिए गर्मी ज्यादा बोझल लगती है।
सीधे कहें तो तापमान + नमी = उमस। मौसम विभाग अक्सर अधिक आर्द्रता पर अलर्ट देते हैं—उसी को ध्यान में रखें।
1) पानी पिएं लेकिन स्मार्ट तरीके से: ठंडा पानी पीना जरूरी है पर बहुत ज्यादा और बर्फ वाला पानी बार-बार न लें। धीरे-धीरे ठंडा पानी लें, इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक भी मदद करता है।
2) कपड़े और पहनावा: हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहने। synthetic कपड़ों में पसीना बाहर नहीं निकलता और उमस और बढ़ती है।
3) छाया और हवा: बाहर हों तो छाता या कैप रखें। घर पर पंखा या एयर कूलर सीधे नर्म हवा दे—हवा सीधे शरीर पर न लगाकर कक्ष में घुमाने दें।
4) ठंडी नहाने की आदत: जल्दी-जल्दी ठंडे शॉवर से शरीर को ठंडा रखें। नहाने के बाद हल्का पोंछकर प्राकृतिक हवा में बैठें ताकि पसीना ठीक तरह सूख सके।
5) घर को सूखा रखें: रात में खिड़कियाँ खुली रखें जब तापमान गिरता हो। सुबह और शाम को खिड़की खोलकर वेंटिलेशन बढ़ाएँ। अगर संभव हो तो डिह्यूमिडिफायर या एसी इस्तेमाल करें।
6) खाना-पीना: oily और भारी भोजन से बचें; सलाद, फल और दही से राहत मिलती है। कैफीन व शराब सीमित करें—ये शरीर की हाइड्रेशन घटाते हैं।
7) खास ध्यान—बुजुर्ग और बच्चे: वे जल्दी प्रभावित होते हैं। नियमित पानी दें, ठंडी जगह पर रखें और जरूरत पर डॉक्टर से सलाह लें।
छोटे बदलाव बड़े फर्क लाते हैं: खिड़की पर झुकाव लगाने वाले पंखे, शाम में खिड़कियाँ खोलना, और हल्का-फुल्का खाना—ये सब मिलकर उमस को कम कर देते हैं।
अगर आप बाहर जा रहे हैं तो मौसम अपडेट देख लें और हीट-स्टामिना लक्षण जैसे बेहोशी, उलझन, तेज़ दिल की धड़कन दिखे तो तुरंत ठंडी जगह पर ले जाएँ और मदद बुलाएँ।
समाचार प्रारंभ पर हम मौसम और उमस से जुड़ी ताज़ा खबरें और सावधानियाँ भी लेकर आते हैं। चाहते हैं तो हमारी मौसम रिपोर्ट चेक करें ताकि आप बाहर निकलने से पहले तैयारी कर सकें। आराम रखें, पर्याप्त पानी पिएं और छोटे-छोटे व्यवहार बदलकर उमस को कंट्रोल करें।
मुंबई में 18 जून 2025 को हुई जबरदस्त बारिश ने गर्मी से राहत तो दी, लेकिन कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक की चुनौतियाँ सामने आईं। अगले हफ्ते उमस बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।