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उत्तर प्रदेश मौसम: आज और अगले दिनों की जरूरी जानकारी

उत्तर प्रदेश का मौसम अचानक बदल सकता है — एक दिन धूप और गर्मी, अगले दिन तेज बारिश या ठंडी उमस। इसलिए रोज़ाना मौसम की खबरें देखना जरूरी है। नीचे सरल भाषा में आपको रुझान, चेतावनियाँ और फौरन अपनाने योग्य कदम मिलेंगे।

मौसमी पैटर्न समझें: यूपी में आम तौर पर गर्मी अप्रैल- जून में तेज़ रहती है, मानसून जून के आखिरी हफ्ते से सितंबर तक सक्रिय रहता है। अक्टूबर-नवंबर में मॉन्सून ढलता है और दिसंबर-जनवरी में सर्दी व कोहरे की समस्या बढ़ती है, खासकर राजधानी पट्टी और गंगा के तटों पर। बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी विक्षोभ दोनों का असर यहां दिखता है—इसीलिए पूर्वी और पश्चिमी जिलों में मौसम अलग रहता है।

ताज़ा अपडेट कैसे पाएं

सबसे भरोसेमंद स्रोत IMD (Indian Meteorological Department) है — इसकी वेबसाइट और ऐप पर अलर्ट और 5-7 दिन का पूर्वानुमान मिलता है। लोकल जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन के SMS/व्हाट्सएप चैनल भी फॉलो करें। रेडियो और लोकल न्यूज पोर्टल पर सूचनाएं अक्सर जल्दी आती हैं। अगर नदी किनारे रहते हैं तो बांध या नदी प्रबंधन के रिलीज़ शेड्यूल पर भी नजर रखें।

IMD के रंग संकेत याद रखें: पीला (सावधानी), नारंगी (खतरनाक), लाल (बहुत खतरनाक)। इन चेतावनियों के अनुसार यात्रा और काम-दौर को बदलिए—नारंगी या लाल में अनावश्यक बाहर निकलना टालें।

मौसम के अनुसार तुरंत करने लायक कदम

बाढ़/भारी बारिश: निचले इलाकों और नदी किनारे रहने वालों को ऊँची जगह पर चले जाना चाहिए। बिजली बंद होने पर बैटरी, पावर बैंक और जरूरी दवाइयां साथ रखें। पानी से सुरक्षित जगह पर रसोई गैस/इलेक्ट्रिक सामान रखें और दूषित पानी से बचने के लिए बोईल किया पानी इस्तेमाल करें।

गर्मी/लू: ज्यादातर पश्चिमी यूपी में गर्मी से असर बढ़ता है। दिन के गर्म घंटों (दोपहर 12–4) में बाहर निकलने से बचें, पानी-पानी करते रहें, हल्के ढीले कपड़े पहनें और बच्चों व बुज़ुर्गों को ठंडी जगह पर रखें। बिजली गुल होने पर पंखा/कूलर के विकल्प सोचें और कार में कभी भी बच्चे/पालतू अकेले न छोड़ें।

कोहरा और सर्दी: सर्दियों में सड़क और रेल यात्रा पर असर पड़ सकता है। ड्राइव करते समय धीमी रफ्तार रखें, हेडलाइट ऑन रखें और रेल/फ्लाइट बदलाव के लिए पहले से चेक कर लें।

कृषि सलाह: किसान मौसम का 7-10 दिन का पूर्वानुमान देखकर बुवाई/कटाई और सिंचाई तय करें। भारी बारिश की चेतावनी में खेत से कीटनाशक/उर्वरक का छिड़काव टालें और फसल को नमी से बचाने के उपाय रखें। पशुपालक फीड-स्टोर और दवाइयों का स्टॉक रखें।

अंत में, ताज़ा अपडेट देखने की आदत डालें और अपने स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। छोटे-छोटे तैयारियाँ बड़े नुकसान से बचा सकती हैं। हर मौसम के लिए सरल सुरक्षा कदम अपनाना सबसे अच्छा तरीका है।

29 मई 2025 को उत्तर प्रदेश में तापमान कई जिलों में 44 डिग्री तक पहुँच गया। मौसम विभाग ने पूर्वी यूपी में तेज़ आंधी, बिजली और हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान लगाया है। आस-पास के राज्यों में भारी बारिश और धूल भरी आंधी की संभावना जताई गई। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।