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वायनाड भूस्खलन: तुरंत क्या करें और कैसे सुरक्षित रहें

अगर वायनाड में भूस्खलन हुआ है या खतरा दिख रहा है, तो पहले अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा पर ध्यान दें। बुनियादी कदम जान कर आप नुकसान घटा सकते हैं। नीचे सरल, व्यावहारिक और तुरंत लागू करने वाले निर्देश दिए गए हैं।

त्वरित सुरक्षा कदम

पहला काम: सुरक्षित स्थान पर जाएँ। अगर जलभराव या मलबा आपके घर के पास है तो ऊँचे स्थान पर चले जाएँ। नदी किनारे, खड्ड या ढलान के पास रुकना बिल्कुल न करें।

दूसरा: बिजली और गैस बंद करें। बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं—अगर संभव हो तो मुख्य सर्किट बंद कर दें और गैस वाल्व बंद कर लें।

तीसरा: सड़क पर चलने से बचें। भूस्खलन के समय सड़कें टूट सकती हैं और पत्थर गिर सकते हैं। केवल तभी निकलें जब बचाव दल या अधिकारी अनुमति दें।

चौथा: फोन और बैटरी बचाएँ। जरूरी फोन कॉल और संदेश को प्राथमिकता दें। गैरज़रूरी वीडियो/फोटो भेजने से नेटवर्क भर सकता है और मदद पहुंचाने में दिक्कत हो सकती है।

बचाव और राहत: किससे मदद लें

स्थानीय प्रशासन और पुलिस सबसे पहले संपर्क करें। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय (DDMA), स्थानीय पुलिस स्टेशन और नगर निगम सूचना केंद्र आपकी मदद के लिए उपलब्ध रहते हैं।

राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF) और राज्य आपदा राहत बल (SDRF) को सूचित करें—ये टीमें मलबा हटाने और सर्च-रेस्क्यू में प्रशिक्षित होती हैं।

अगर किसी का फंसने का अंदेशा हो तो त्वरित रूप से फोन पर जानकारी दें और रेस्क्यू टीम के आने तक खुद रिस्क न लें। फँसे व्यक्ति को आवाज देकर शांत रखने की कोशिश करें और उनकी स्थिति बताएं।

पानी और बचाव किट तैयार रखें: साफ पानी, बिस्किट/सूखा खाना, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च, पावर बैंक और जरूरी दस्तावेज पानी-रोधक बैग में रखें। बच्चों और बुजुर्गों के लिए दवाइयाँ साथ रखें।

स्वच्छता का ध्यान रखें: भूस्खलन के बाद पानी दूषित हो सकता है। जल उबालकर पीयें या फिल्टर/बॉटल वाटर का प्रयोग करें।

राहत देने का तरीका: अगर आप दूर हैं और मदद करना चाहते हैं तो नकद दान, प्रमाणित राहत संस्थाओं के माध्यम से करें या स्थानीय प्रशासन के राहत कोष में जमा करें। सामान भेजने से पहले स्थानीय मांग की पुष्टि कर लें—गलत प्रकार का सामान कभी-कभी बोझ बन सकता है।

सुरक्षा जाँच करें: घर लौटने से पहले अधिकारी की अनुमति लें। भवन में दरारें, गीला फर्श या संरचनात्मक क्षति हो तो विशेषज्ञ से जांच कराएं। बच्चों को अकेला न छोड़ें और पुनर्वास केंद्रों की सूचना रखें।

खुद और दूसरों की जानकारी के लिए भरोसेमंद खबरें देखें: स्थानीय प्रशासन की आधिकारिक सूचनाएं, आपदा प्रबंधन विभाग और मान्य न्यूज़ सोर्स ही फॉलो करें। अफवाहें फैलाने से बचें और सोशल मीडिया पर सत्यापित जानकारी ही साझा करें।

अगर अभी खतरा है तो तुरंत ऊँचे और सुरक्षित स्थान पर जाएँ, नजदीकी सहायता केंद्र का पता लगाएं और परिवार के साथ मिलकर सुरक्षित योजना बनाएं। छोटे कदम बड़ी सुरक्षा ला सकते हैं।

मलयालम अभिनेता मोहनलाल ने केरल के वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। वे टेरिटोरियल आर्मी की वर्दी में थे और राहत प्रयासों में शामिल हुए। उन्होंने राहत कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनकी मदद के लिए 3 करोड़ रुपये देने का वादा किया।