जब यूक्रेन, पश्चिमी यूरेशिया में स्थित स्वतंत्र राष्ट्र, 1991 में सोवियत संघ से स्वतंत्र हुआ, अपनी सांस्कृतिक विविधता और सामरिक स्थान के कारण अंतरराष्ट्रीय चर्चा में अक्सर आता है, भी कहा जाता है Ukraine की बात आती है, तो हमें तुरंत रूस, यूरोप के बड़े पड़ोसी, जिसने 2014 से यूक्रेन में भू‑राजनीतिक तनाव को बढ़ाया और नАТО, उत्तरी अटलांटिक समझौता संगठन, जो यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर सक्रिय भूमिका निभा रहा है का जिक्र नहीं किया जा सकता। यूक्रेन का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि वह यूरोपीय संघ (यूरोपीय संघ, 27 यूरोपीय देशों का आर्थिक‑राजनीतिक ब्लॉक, जो यूक्रेन को आर्थिक सहायता और राजनैतिक समर्थन देता है) के साथ कितनी घनिष्ठता स्थापित कर पाता है।
मुख्य संकेतक बताते हैं कि यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र में रूसी आपूर्ति का कटाव, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों (जिन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध, रूस और उसके गठजोड़ियों पर लागू आर्थिक प्रतिबंधों का समूह) ने गहरा प्रभाव डाला है। इस कारण देश ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की तलाश में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाया है। साथ ही, यूक्रेन ने यूएसए, कनाडा और कई यूरोपीय देशों से सैन्य सहायता ली है, जिससे उसकी रक्षा क्षमता में उल्लेखनीय सुधार आया है। ये विकास दर्शाते हैं कि "यूक्रेन का भू‑राजनीतिक महत्व यूरोपीय संघ के साथ गठबंधन में परिलक्षित होता है" और "रूस की आक्रमण नीति अमेरिकी‑नाटो समर्थन को प्रेरित करती है"।
परिचालन स्तर पर, यूक्रेन की आर्थिक पुनर्स्थापना कई पहलुओं में दिखती है। कृषि निर्यात, विशेषकर गेहूँ और मक्का, अभी भी विदेशों की टेबल पर मौजूद है, जबकि आईटी सेवाओं ने वैश्विक बाजार में नई संभावनाएँ खोजी हैं। देश के युवा उद्यमी अब प्रोग्रेसिव स्टार्ट‑अप्स की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय मीडिया लगातार यूक्रेन की मानवीय स्थिति को उजागर कर रहे हैं, जिससे वैश्विक दान संस्था और मानवीय संगठनों की मदद में वृद्धि हुई है। इन सभी बिंदुओं को मिलाकर हम देख सकते हैं कि "यूक्रेन की आंतरिक स्थिरता उसके विदेशी सहयोग के साथ मिलकर विकसित होती है"।
इस पेज पर आपको नीचे विभिन्न लेख मिलेंगे – कुछ रूसी आक्रमण की नवीनतम रणनीतियों पर, तो कुछ यूरोपीय संघ के आर्थिक पैकेज की बारीकियों पर। कुछ लेख यूक्रेन की रक्षा नीति के बदलावों को समझाते हैं, जबकि अन्य ऊर्जा सुरक्षा और पुनर्योजी तकनीकों के बारे में जानकारी देते हैं। यदि आप यूक्रेन की वर्तमान स्थिति, भविष्य के संभावित कदम और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसके प्रभावों को गहराई से समझना चाहते हैं, तो यह संग्रह आपके लिए है। आगे की पढ़ाई में हम इन सभी पहलुओं को व्यावहारिक उदाहरणों और ताज़ा आँकड़ों के साथ पेश करेंगे।
रूसी सैन्य ने 3 अक्टूबर को यूक्रेन के गैस नेटवर्क पर सबसे बड़ा हमला किया, जिसमें हजारों ड्रोन‑मिसाइलें लक्ष्य बनें, जिससे खार्किव‑पोल्टावा में गैस संयंत्र क्षतिग्रस्त और नागरिकों को ठंड से जूझना पड़ा।