बिग बॉस ओटीटी 3 के नवीनतम वीकेंड का वार एपिसोड में मुनिषा खटवानी का सफर समाप्त हो गया। मुनिषा, जो कि एक प्रख्यात टैरो कार्ड रीडर हैं, ने शो से बाहर होने पर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। मुनिषा को सना सुल्तान से हार का सामना करना पड़ा, जहां घरवालों के वोट ने सना को बचा लिया। कुल आठ वोट सना के पक्ष में और तीन मुनिषा के पक्ष में थे, जिससे सना को बचाया गया और मुनिषा को शो से अलविदा लेना पड़ा।
शो के होस्ट अनिल कपूर ने मुनिषा के निष्कासन की घोषणा की। यह मुनिषा के लिए एक भावुक क्षण था, उन्होंने विशाल पाण्डेय को गले लगाया, लेकिन चंद्रिका दीक्षित गेरा और कृतिका मलिक नें उन्हें विदाई नहीं दी, जो अभी भी उनके साथ नाखुश थीं। यह घटना मुनिषा के लिए और उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका थी।
मुनिषा खटवानी का निष्कासन शो के लिए एक बड़ा मोड़ रहा। घर के अन्दर के माहौल में जबरदस्त तनाव था। मुनिषा को अरमान मलिक, विशाल पांडेय, साई केतन राव, दीपक चौरसिया, रणवीर शौरी, और सना मकबूल के साथ नामांकित किया गया था। वीकेंड का वार एपिसोड शुरू होते ही माहौल में उत्सुकता बढ़ गई थी, क्यूंकि किसी एक घरवाले को बाहर जाना था।
मुनिषा का प्रदर्शन घर के अंदर प्रभावशाली रहा, लेकिन उनकी मानसिक सफर और टैरो कार्ड रीडिंग के अनुभवों के कारण घर के कुछ सदस्य उनसे नाराज थे। यह नाराजगी वोटिंग में भी दिखाई दी, जब अधिकतर सदस्यों ने सना सुल्तान को बचाने का फैसला किया।
शो के इस एपिसोड में कई नए ट्विस्ट और टर्न्स देखने को मिले। अनिल कपूर ने महज एक एंटरटेनर के रूप में ही नहीं, बल्कि एक सच्चे मार्गदर्शक के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई। उन्होंने मुनिषा और अन्य प्रतियोगियों के साथ गहन वार्तालाप की, जहां उन्होंने उनके विचारों और मनोरंजन की भावना पर बात की।
मुनिषा खटवानी ने शो से बाहर निकलने के बाद अपने सफर के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि कैसे टैरो कार्ड रीडिंग ने उनकी जिंदगी को दिशा दी। एक टैरो कार्ड रीडर के रूप में उनका सफर हमेशा आसान नहीं रहा। इस क्षेत्र में उन्होंने कई संघर्षों का सामना किया, लेकिन उनकी फोकस और लगन ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया।
उन्होंने अपने अनुभवों का साझा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने 'एस्ट्रल बॉडी ट्रैवल' जैसे आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किए। यह अनुभव उन्हें आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्त करने में मदद करते हैं। मुनिषा के यह अनुभव उनके प्रशंसकों के लिए बेहद प्रेरणादायक रहे।
प्रत्याशी | प्राप्त वोट |
---|---|
सना सुल्तान | 8 |
मुनिषा खटवानी | 3 |
बिग बॉस के इस सीजन ने दर्शकों का काफी मनोरंजन किया है। जहां इस शो में हिस्सा लेने वाले प्रतियोगियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है, वहीं उनकी व्यक्तिगत कहानियाँ और संघर्ष भी दर्शकों के बीच खासी चर्चित रहती हैं।
बिग बॉस ओटीटी 3 का यह सीजन JioCinemas पर स्ट्रीमिंग हो रहा है, जहां दर्शक अपने पसंदीदा प्रतियोगियों की यात्रा को देख सकते हैं।
टिप्पणि (7)
ravi teja जुलाई 8 2024
मुनिषा का निकास देखकर दिल की धड़कन तेज हो गई.
Harsh Kumar जुलाई 10 2024
विक्ट्री सना को मिली, पर मुनिषा ने अपनी आत्मा को और मजबूत किया होगा 😊✨
ऐसे मोमेंट्स हमें आशा देते हैं कि अगला कदम और भी दिलचस्प होगा.
suchi gaur जुलाई 11 2024
मुनिषा की टैरो कला को सराहना चाहिए, पर इस मंच पर राजनैतिक चालबाज़ी ने उसे परे कर दिया 😏
ऐसे शोज़ में गहरी आध्यात्मिकता अक्सर ही तुच्छ हो जाती है.
Rajan India जुलाई 12 2024
मैं तो सोच रहा था कि मुनिषा की वैकलिकता इस शो को कितना नया रंग देती।
लाइट मोमेंट्स में भी गहरी बात होती है।
Parul Saxena जुलाई 13 2024
मुनिषा का निष्कासन सिर्फ एक वोट नहीं, बल्कि कई आध्यात्मिक प्रश्नों का प्रतिबिंब है।
टैरो कार्ड रीडिंग का गहरा ज्ञान अक्सर लोगों के विचारों को चुनौती देता है।
बिग बॉस जैसे रियलिटी शो में ऐसी गहरी आध्यात्मिक यात्रा दुर्लभ होती है।
दर्शकों को यह समझने का अवसर मिलता है कि बाहरी प्रतियोगिता से परे आत्मनिरीक्षण कितना महत्वपूर्ण हो सकता है।
सना की जीत भी दर्शाती है कि सामाजिक मानदंड और लोकप्रियता अभी भी प्रमुख कारक हैं।
हालांकि, मुनिषा के अनुयायियों के लिए यह एक विफलता नहीं बल्कि पुनर्निर्माण का प्रारम्भ हो सकता है।
कई बार असफलता ही हमें सच्ची दिशा देती है, जैसे कि वह कहती हैं, "अंधेरे में ही तारे चमकते हैं।"
टैरो के माध्यम से वह जो आंतरिक शांति पाती हैं, वह बाहरी मंच की हलचल से नहीं हटती।
इस प्रकार, बन्द दरवाज़े के बाद भी वह कुछ नए रास्ते खोल सकती है।
हमें यह भी देखना चाहिए कि इस प्रकार की शोकान्ति दर्शकों में कौन-से सामाजिक दृष्टिकोण को उभारी है।
कई लोग अब भी टैरो को शॉडाउण या जादू मानते हैं, पर वास्तविकता में वह एक मनःस्थिति है।
यह शो हमें यह सिखाता है कि विविधता में सह-अस्तित्व कितनी आवश्यक है।
जब हम एक-दूसरे की अद्वितीयता को समझते हैं, तो प्रतियोगिता का वास्तविक अर्थ बदल जाता है।
भविष्य में शायद मुनिषा अपने अनुभवों को और गहराई से साझा करके नई प्लेटफ़ॉर्म पर खुद को स्थापित कर पाएँ।
अंत में, यह निष्कासन एक व्यक्तिगत विकास की यात्रा का हिस्सा बन सकता है, और हमें भी इस सीख को अपनाना चाहिए।
Ananth Mohan जुलाई 14 2024
मुनिषा ने अपने व्यक्तिगत सफर से बहुत कुछ सीखा होगा और यह अनुभव आगे की राह में उपयोगी रहेगा। दर्शकों को भी इस प्रकार की आध्यात्मिक चर्चा से लाभ होगा
Abhishek Agrawal जुलाई 15 2024
क्या यह वाकई में आध्यात्मिक विकास है???!! दर्शकों को केवल शॉ आता है!! बिग बॉस सिर्फ ड्रामा है!! टैरो को इस मंच पर लाना पूरी तरह से बेवकूफ़ी है!!