सुपरस्टार रजनीकांत अभिनीत और लोकेश कनगराज द्वारा निर्देशित फिल्म 'कूली' को लेकर दर्शकों और फैन्स की उम्मीदें आसमान छू रही थीं। यह फिल्म इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें रजनीकांत एक लंबे अरसे बाद नए आकर्षक अंदाज में नजर आएंगे। फिल्म का नाम और विषयवस्तु पहले से ही चर्चा में थी, और जब यह खबर आई कि मलयालम सिनेमा के मंझे हुए अभिनेता फहाद फासिल को एक महत्वपूर्ण किरदार के लिए संपर्क किया गया था, तो फैन्स की उत्सुकता और बढ़ गई थी।
फहाद फासिल, जो अपने विविध और चुनौतीपूर्ण अभिनय भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं, ने मलयालम सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में 'थोंडीमुथालम द्रिक्साक्षियम', 'कुम्बलंगी नाइट्स' और 'जोजी' शामिल हैं। उनके अभिनय की सराहना न केवल मलयालम सिनेमा में होती है, बल्कि अन्य भाषाओं के फिल्म निर्माताओं और दर्शकों के बीच भी वे बहुत प्रशंसित हैं।
फिल्म 'कूली' के निर्माताओं ने फहाद को एक महत्वपूर्ण भूमिका के लिए संपर्क किया था। हालांकि, फहाद ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। यह खबर सभी को हैरान करने वाली है क्योंकि रजनीकांत और लोकेश कनगराज जैसे बड़े नामों के साथ काम करने का मौका कोई भी नहीं छोड़ना चाहेगा।
फहाद द्वारा इस रोल को ठुकराने के पीछे कारण अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय उनकी व्यस्त शेड्यूल की वजह से लिया गया हो सकता है। वहीं, कुछ का मानना है कि फहाद ने यह निर्णय स्क्रिप्ट या उनके किरदार से संतुष्ट न होने की वजह से लिया हो सकता है। हालांकि, फहाद की चुप्पी ने इस मामले को और रोचक बना दिया है।
जब से यह खबर सामने आई है, इंटरनेट पर फैन्स की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कुछ फैन्स निराश हैं कि उन्हें फहाद और रजनीकांत को एक साथ देखने का मौका नहीं मिलेगा, जबकि कुछ ने फहाद के फैसले का समर्थन किया है, और उनके अन्य अपकमिंग प्रोजेक्ट्स के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
फहाद फासिल के फैंस को अब उनके आगामी प्रोजेक्ट्स का इंतजार है। साथ ही, 'कूली' फिल्म के निर्माताओं को भी अब अन्य संभावित उम्मीदवारों की तलाश शुरू करनी होगी। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे निर्णय और अप्रत्याशित घटनाक्रम आम बात है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस स्थिति का समाधान कैसे होता है।
टिप्पणि (16)
Raja Rajan जुलाई 13 2024
फ़हाद ने कूली में काम नहीं किया ऐसा लग रहा है कि शेड्यूल टाइट था
Atish Gupta जुलाई 17 2024
बेशक, फ़हाद की निराशा को दुविधा की परतों में देखना आवश्यक है; यह एक क्लासिक केस स्टडी है जहाँ प्राथमिकता मैट्रिक्स के तहत प्रोजेक्ट चयन की जटिलताएँ सामने आती हैं। उच्च-परिणामकारी एजाइल फ्रेमवर्क में असाइनमेंट पिच को पुनः कैलिब्रेट करना चाहिए था। इसलिए यह कॉन्फ़्लिक्ट वैरिएंट कोई आश्चर्य नहीं है।
Aanchal Talwar जुलाई 21 2024
मुझे लग्ता है कि फहाद का डिसीजन पूरी तरह समझदारी वाला था, पर शायद बहुत ही बोरडिंग हो गया हो। अगर वो इस प्रोजेक्ट में शामिल होते तो बहुत मजा आ जाता। पर काम का सिड्यूल भी देखो तो थोडा टाइट लग रहा था। हैप्पी कोचिंग फॉर द फ्यूचर।
Neha Shetty जुलाई 25 2024
फहाद ने इस फिल्म में न होने का फैसला सोच‑समझ कर किया है; कभी‑कभी कलात्मक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत प्रतिबद्धताएँ टकरा जाती हैं। यह हमें याद दिलाता है कि कलाकार भी मनुष्य होते हैं, जिनके पास अपने लक्ष्य और सीमाएँ होती हैं।
यदि वह इस भूमिका से संतुष्ट नहीं थे, तो वह सही रास्ता चुना।
बड़ी फिल्मों के साथ काम करने का दबाव भी कम नहीं कर सकता, लेकिन उसकी प्राथमिकता स्पष्ट प्रतीत होती है।
आगे के प्रोजेक्ट्स में हम देखेंगे कि वह किस नई दिशा में कदम रखता है।
Apu Mistry जुलाई 29 2024
इक सवाल ही तो है, फहाद ने कूली को क्यों छोड़ा? दिखता है दिल में वो कुछ अजीब डर सजा बैठा है। शायद स्क्रिप्ट उन्हें बोर कर दी, या तो शेड्यूल में टाईम टाइट हो गया।
विचारों की गहराई में कुछ साइलेंट स्ट्रगल झलकता है।
uday goud अगस्त 2 2024
वास्तव में, फ़हाद का चयन नहीं करना एक बहुत ही मजबूत, साहसी और दृढ़ निर्णय है-; यह दर्शाता है कि वह अपनी कलात्मक पहचान को संरक्षित करने को प्राथमिकता देता है-; हम सभी को इस प्रकार की आत्म-प्रेमी स्वायत्तता को सम्मान देना चाहिए-; और यह भी संकेत देता है कि फिल्म की स्क्रिप्ट में संभावित गड़बड़ी हो सकती है-; अंततः, यह निर्णय फिल्म निर्माताओं को एक नई दिशा में सोचने के लिए प्रेरित कर सकता है।
Chirantanjyoti Mudoi अगस्त 6 2024
सच कहूँ तो, मैं सोचता हूँ कि फहाद का यह कदम सिर्फ़ लिव्रेड एक्सैजमेंट नहीं है, बल्कि एक खुद की रिफ्लेक्शन है; वह शायद ऐसा प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट नहीं लेना चाहता जहाँ उसकी रचनात्मक स्वतंत्रता सीमित हो।
Surya Banerjee अगस्त 10 2024
कभी-कभी बड़े नामों के साथ काम करना सबके लिए फायदेमंद नहीं होता, और फहाद ने सही निर्णय लिया है। हम सभी को उनका सम्मान करना चाहिए।
Sunil Kumar अगस्त 14 2024
वाह, फ़हाद ने कूली छोड़ दिया? लजिस्टिकली इसे समझा जा सकता है, पर मैं मज़ाक में कहना चाहूँगा कि शायद उन्हें सीन में कॉफी नहीं मिली होगी।
Ashish Singh अगस्त 17 2024
निश्चित रूप से यह एक राष्ट्रीय दाता त्रुटि के रूप में देखी जानी चाहिए; जब तक हमारे कलाकार अपनी मुख्यधारा की विवेचना नहीं छोड़ते, तब तक भारतीय सिनेमा की प्रतिष्ठा जोखिम में रहेगी। अतः सबको इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
ravi teja अगस्त 21 2024
फहाद का शेड्यूल टाइट था, समझ में आता है।
Harsh Kumar अगस्त 25 2024
बिलकुल, समय की कमी एक वैध कारण है। 🎬✨
suchi gaur अगस्त 29 2024
फ़हाद ने कूली को नहीं चुना, यह वास्तव में एक क्यूरेटेड फैसला है। 😎
Rajan India सितंबर 2 2024
हां, ये तो माना, लेकिन कभी-कभी बड़े प्रोजेक्ट्स में खेलना भी चाहिए।
Parul Saxena सितंबर 6 2024
फ़हाद फासिल का कूली में न आना हम सभी के लिए बहुत रोचक बिंदु उभारा है; यह हमें कई दृष्टिकोणों से विचार करने का अवसर देता है। सबसे पहले, एक अभिनेता की व्यक्तिगत प्राथमिकताएं अक्सर उनके पेशेवर निर्णयों को प्रभावित करती हैं। फिर, फिल्म की स्क्रिप्ट को देखना आवश्यक है क्योंकि कभी-कभी कहानी की गहराई या चित्रण शैली कलाकार को आकर्षित नहीं करती। तीसरे, शेड्यूल टाइट होना एक बहुत ही सामान्य कारण होता है; किसी भी बड़े प्रोजेक्ट में समय का प्रबंधन कठिन हो सकता है। चौथे, फ़हाद की पिछली परियोजनाओं की सफलता को देखते हुए, वह शायद अपनी ब्रांड इमेज को सावधानीपूर्वक संभालना चाहता था। पाचवें, कलात्मक स्वतंत्रता का महत्व भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता; यदि वह भूमिका में रचनात्मक योगदान नहीं कर पाए तो वह इसे छोड़ सकता है। छठे, उसकी टीम और एजेंट का सुझाव भी एक कारक हो सकता है; कभी-कभी एजेंट बाजार की स्थितियों को देखते हुए संक्षिप्त निर्णय लेता है। सातवें, फिल्म के निर्माता भी अपनी दृष्टिकोण में संकोच कर सकते हैं, जिससे अनुबंध की शर्तें कठिन हो जाती हैं। आठवें, फ़हाद का व्यक्तिगत जीवन, जैसे कि परिवारिक जिम्मेदारियां, एक बड़ा प्रभाव डालती हैं। नौवें, इस निर्णय से दर्शकों को यह संदेश मिलता है कि बड़े स्टारों की भागीदारी हमेशा अनिवार्य नहीं होती। दसवें, यह फिल्म की मार्केटिंग रणनीति को भी प्रभावित करता है; स्टार पावर के बिना फिल्म को अलग तरह से प्रमोट करना पड़ेगा। ग्यारहवें, फ़हाद की भविष्य की परियोजनाओं के लिए यह एक रास्ता खोलता है, जहां वह नई भूमिकाओं का चयन अधिक स्वतंत्रता के साथ कर सकेगा। बारहवें, इस प्रकार के निर्णय अक्सर इंडस्ट्री के भीतर नए टैलेंट को अवसर प्रदान करते हैं। तेरहवें, फैन कम्युनिटी में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखी गईं, कुछ निराश हुए जबकि कुछ समझदार रहे। चौदहवें, अंततः, यह एक प्राकृतिक प्रोफ़ेशनल निर्णय है और इसे व्यक्तिगत रूप से लेना अनुचित होगा। पंद्रहवें, हमें इस बात को याद रखना चाहिए कि हर कलाकार का अपना करियर रोडमैप होता है, और वह वही चुनता है जो उसके लिए सबसे बेहतर हो।
Ananth Mohan सितंबर 10 2024
फ़हाद की निर्णय प्रक्रिया फिल्म इंडस्ट्री में एक सामान्य परिदृश्य को दर्शाती है