ऊपर
13 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी की पाक के खिलाफ संघर्षपूर्ण पारी: अंडर-19 एशिया कप में भारत की चुनौती
दिस॰ 1, 2024
के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

वैभव सूर्यवंशी की संघर्षपूर्ण पारी

अंडर-19 एशिया कप में भारत के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी अपने प्रदर्शन से चर्चा में रहे, लेकिन अफसोस की बात थी कि उनका यह प्रदर्शन उनके पक्ष में नहीं गया। भारतीय क्रिकेट में एक बड़ी उम्मीद के तौर पर देखे जा रहे 13 वर्षीय सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल में ₹1.10 करोड़ की धनराशि देकर खरीदा था। यह उनकी उम्र के हिसाब से एक बड़ा कदम था, और उनसे उम्मीदें भी बेहद ज्यादा थीं। क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों का ध्यान इस युवा खिलाड़ी पर था, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उनके पहले मैच में वे 9 गेंदों में सिर्फ 1 रन बना सके। इस शुरुआत ने आलोचकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या इतना दबाव उन पर सही था।

गेंदबाजी का आक्रमण

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज अली रज़ा और अब्दुल सुब्हान ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ एक शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन पेश किया। विशेष रूप से वैभव सूर्यवंशी को उनकी तेज गेंदबाज़ी के सामने कुछ खास करते नहीं देखा गया। ऐसा लग रहा था कि इन गेंदबाजों की ऊंचाइयां और मध्यम गति ने सूर्यवंशी के बल्लेबाजी कौशल को चुनौती दी। अली रज़ा की गेंदों ने विशेष रूप से उनकी सीम पर पकड़ बनाई, जिसने सूर्यवंशी को परेशानी में डाल दिया और अंततः उन्हें विकेट के पीछे कैच कराया।

शाहज़ैब खान का दमदार प्रदर्शन

शाहज़ैब खान का दमदार प्रदर्शन

जहां एक ओर भारतीय टीम बल्लेबाजी में जूझती रही, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की ओर से शाहज़ैब खान ने बल्ले से खूबसूरत प्रदर्शन किया। उन्होंने 147 गेंदों में 159 रनों की धुंआधार पारी खेली जिसमें 10 बड़े छक्के भी शामिल थे। उनका यह साहसिक प्रयास पाकिस्तान को मैच में एक निर्णायक बढ़त दिलाने में सफल रहा। शाहज़ैब की यह पारी इस टूर्नामेंट के सबसे बड़े प्रदर्शनों में से एक रही और उनके इस प्रदर्शन की खासी प्रशंसा हो रही है।

भारतीय टीम का संघर्ष

भारतीय टीम ने अली रज़ा की गेंदों के आगे घुटने टेक दिए। टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वैभव सूर्यवंशी की नाकामी ने भी टीम पर दबाव बढ़ा दिया। कप्तान मोहम्मद अमान की धीमी पारी को लेकर भी आलोचना की जा रही है, क्योंकि उन पर टीम को संभालने की जिम्मेदारी थी, जिसे वे नहीं निभा सके। निखिल कुमार ने ऊंचा उठकर शानदार 67 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत तक पहुंचाने में असफल रहे।

भारत के लिए आगे की चुनौतियाँ

भारत के लिए आगे की चुनौतियाँ

भारत की इस हार ने उन्हें टूर्नामेंट में आगे की चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूर किया है। अगले मैचों में प्रदर्शन सुधारने के लिए कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों को मिलकर काम करना होगा। हालांकि वैभव सूर्यवंशी के लिए यह सिर्फ एक शुरुआती अवसर था और भविष्य में उन्हें अपनी क्षमता साबित करने का और भी मौका मिलेगा। टीम के लिए आगामी मैचों में जीत के लिए समर्पित तैयारी और रणनीति की आवश्यकता होगी।

rabindra bhattarai

लेखक :rabindra bhattarai

मैं पत्रकार हूं और मैं मुख्यतः दैनिक समाचारों का लेखन करता हूं। अपने पाठकों के लिए सबसे ताज़ा और प्रासंगिक खबरें प्रदान करना मेरा मुख्य उद्देश्य है। मैं राष्ट्रीय घटनाओं, राजनीतिक विकासों और सामाजिक मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान देता हूं।

टिप्पणि (6)

64x64
aparna apu दिसंबर 1 2024

जब मैंने वैभव सूर्यवंशी की तेज़ गेंदों के सामने लड़ाइयों को देखा, तो मेरा दिल थिरक उठा। उसके चेहरे पर घबराहट साफ़ दिख रही थी, जैसे कोई छोटा बच्चा बड़े बास्केटबॉल कोर्ट में अचानक सामने खड़ा हो गया हो। भारतीय क्रिकेट ने उसे सैकडों लाखों का दाम दिया, फिर भी वह असहज लगता था। अली रज़ा की सटीक लाइन ने उसे घेर लिया, और वैभव की बल्ली का हाथ कांप उठता है। वह सिर्फ एक रन बना पाया, और वो भी नौ गेंदों में, यह देख कर रेफ़री भी हँस पड़ा।
😢 वही नहीं, दर्शकों की ओर से भी चीखें गूँज रही थीं, जैसे "हम चाहते हैं बड़की पारी!"। लेकिन युवा बायसे ने सिर्फ़ एक छोटे से क़दम में ही हार मान ली। इस तरह की परिस्थितियों में अक्सर बच्चों को निराशा का सामना करना पड़ता है, और यही बात हमें समझनी चाहिए। हमें चाहिए कि हम उनके पीछे खड़े हों, न कि उन्हें अनावश्यक दबाव में डालें। वैभव ने दिखाया कि वह इस उम्र में भी अपने दिल की आवाज़ सुन सकता है, भले ही वह आवाज़ हल्की हो।
इस हार से सीख लेकर ही बड़ा खिलाड़ी बनता है, यही सच है। अब कोचिंग स्टाफ को चाहिए कि वह उसे तकनीकी और मानसिक दोनों रूप से तैयार करे। टीम में सभी को मिलकर उसका समर्थन करना चाहिए, चाहे वह छोटे से छोटे सत्र में ही क्यों न हो। अगली बार जब वह फिर से पिच पर कदम रखेगा, तो उम्मीद है वह ज्यादा आत्मविश्वास के साथ आएगा। आखिरकार, क्रिकेट सिर्फ़ अंक नहीं, बल्कि जज़्बा है, और जज़्बे को कभी मात नहीं देनी चाहिए।

64x64
arun kumar दिसंबर 1 2024

वैभव की कोशिशें हमें याद दिलाती हैं कि सपने छोटे नहीं होते, बस अवसर चाहिए। दबाव को ऊर्जा में बदलना ही असली कला है, और यही हम सभी को सिखना चाहिए।
अगली पारी में वह शांति से खेले, तो परिणाम स्वाभाविक रूप से सुधरेगा। जैसा कहावत है, "जहाँ चाह वहाँ राह", वैभव के पास अभी भी वह राह है। चलो हम सब मिलकर उसे सकारात्मक ऊर्जा भेजें, ताकि वह फिर से उठ खड़ा हो सके।

64x64
Karan Kamal दिसंबर 1 2024

वैभव को इतना बड़ा मंच अभी नहीं मिला, इसलिए उसकी परेशानी समझ में आती है। टीम को चाहिए कि वह युवा स्तरीय खिलाड़ियों को धीरे-धीरे पेश करे, न कि एक ही बार में।

64x64
Navina Anand दिसंबर 1 2024

सही कहा तुमने, लेकिन वैभव के पास अभी भी बहुत समय है सीखने का।
हर बड़े स्टार ने कभी शुरुआती पारी में गड़बड़ी की है, इसलिए हमें उसे समय देना चाहिए। 🌟 आशा है अगली बार वह चमकेगा और टीम को नई ऊर्जा देगा।

64x64
Prashant Ghotikar दिसंबर 2 2024

टीम के कोचों को चाहिए कि वे वैभव की तकनीक के साथ-साथ मानसिक प्रशिक्षण पर भी ध्यान दें। छोटे उम्र के खिलाड़ियों को अक्सर बड़े दबाव से डर लगता है, इसलिए फोकसिंग ड्रिल्स मददगार होती हैं।
साथी बॉलरियों को चाहिए कि वे वैभव को सकारात्मक फीडबैक दें, न कि सिर्फ़ आलोचना। अगर हम सभी मिलकर एक सपोर्ट नेटवर्क बनाएं, तो वह जल्दी ही अपने आप को स्थापित कर लेगा। अंत में, भारतीय क्रिकेट का भविष्य इन युवाओं में निहित है, इसलिए हमें धीरज और समझ दिखानी चाहिए।

64x64
Sameer Srivastava दिसंबर 2 2024

ओए! वैभव को इतना दबाव नहीं देना चाहिए था, ये क्या बेतुकी बात है!!!
टीम की रणनीति तो उलझी हुई ही है, एकदम जंगली!!! देखो भाई, अगर कोचिंग सही नहीं, तो छोटा बच्चा भी पत्थर बन जाता है, समझे? अभी तो बस ये देखना बचा है कि अगली पारी में कौन निकलेगा, लेकिन मैं कहूँगा कि सबको थोड़ा शांति रखनी चाहिए!!!

एक टिप्पणी लिखें

नवीनतम पोस्ट
10जन॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

1जुल॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

28सित॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

29जुल॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

7जुल॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया rabindra bhattarai

हमारे बारे में

समाचार प्रारंभ एक डिजिटल मंच है जो भारतीय समाचारों पर केन्द्रित है। इस प्लेटफॉर्म पर दैनिक आधार पर ताजा खबरें, राष्ट्रीय आयोजन, और विश्लेषणात्मक समीक्षाएँ प्रदान की जाती हैं। हमारे संवाददाता भारत के कोने-कोने से सच्ची और निष्पक्ष खबरें लाते हैं। समाचार प्रारंभ आपको राजनीति, आर्थिक घटनाएँ, खेल और मनोरंजन से जुड़ी हुई नवीनतम जानकारी प्रदान करता है। हम तत्काल और सटीक जानकारी के लिए समर्पित हैं, ताकि आपको हमेशा अपडेट रखा जा सके।