दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे महिला टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल मुकाबले में न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका आमने-सामने हैं। न्यूज़ीलैंड की टीम के कप्तान सोफी डिवाइन के नेतृत्व में न्यूज़ीलैंड ने बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के सामने 159 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा किया। उनकी पारी का मुख्य आधार अमेलिया केर और ब्रुक हॉलिडे की शानदार बल्लेबाजी रही, जिन्होंने क्रमशः 43 और 38 रन बनाए। इस तनावपूर्ण मैच ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
न्यूज़ीलैंड की पारी की शुरुआत अपेक्षानुरूप रही लेकिन इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने शानदार वापसी की। अनुभवी गेंदबाज नोनकुलेको म्लाबा ने दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर खेल का रुख बदल दिया। म्लाबा की यह सफलता दक्षिण अफ्रीकी खेमे में उत्साह का संचार करती है और वे इस पारी में अपने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से वह समझ गए थे कि अब मैच जीतने का समय आ गया है।
दूसरी तरफ, न्यूज़ीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन को शुरुआत में नादिन डि क्लर्क ने मात्र 6 रन पर पवेलियन लौटा दिया। आयरलैंड ने एलबीडब्ल्यू की पुष्टि के लिए जब एक सेकेंड का समय बाकी था तब रिव्यू लिया। यह निर्णय निर्णायक साबित हुआ, जिससे न्यूज़ीलैंड को एक बड़ा झटका लगा। इस दौरान गेंद ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद सीधे पैरों पर लगी है।
दक्षिण अफ्रीका की जवाबी पारी की शुरुआत लेउरा वूल्वरड और तज़मिन ब्रिट्स ने की। हालांकि, जल्दी ही तज़मिन को न्यूज़ीलैंड की गेंदबाज फ्रान जोनस ने आउट कर दिया, जिससे दक्षिण अफ्रीका की पारी 52 पर 1 पर खिसक गई। इस मौके पर एनेके बॉश ने तीसरे नंबर पर खेलने के लिए मैदान में प्रवेश किया, जो धीरे-धीरे अपनी टीम को लक्ष्य की ओर बढ़ाने की जद्दोजहद में लग गई।
न्यूज़ीलैंड के स्कोर का बचाव करने के लिए अमेलिया केर शुरूआतः मैदान पर नहीं आईं, उन्हें कमी पेश होने के कारण हन्ना रोवे को उनके स्थान पर क्षेत्ररक्षण करना पड़ा। उनकी अनुपस्थिति से टीम पर असर पड़ा और शायद इसलिए केर के शानदार प्रदर्शन के बावजूद न्यूज़ीलैंड की टीम को अपनी कड़ी मेहनत जारी रखनी पड़ी।
यह खेल दो प्रमुख टीमों की टक्कर का परिणाम दिखा रहा है, जहां हर एक गेंद और रन महत्वपूर्ण है। इस टाईटल जीतने की होड़ में दोनों टीमें अपना सब कुछ झोंक रही हैं, और दर्शक इस छोटी सी गेंद की खेल के रोमांचक प्रस्तुतीकरण को देख रहे हैं।
इस खिताबी मुकाबले के महत्व को भी कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। यह दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि वे एक प्रतिष्ठित ट्रॉफी की खोज में लगे हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका की जीत में नई ऊचाइयों तक पहुंचने का और न्यूज़ीलैंड के लिए उनकी प्रतिष्ठा बनाए रखने का यह सुअवसर है। आराम के पल के बिना मैदान पर दोनों टीमें अपनी पूरी खुशी और संघर्ष के साथ भाग ले रही हैं।
एक टिप्पणी लिखें