पूर्व भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय (PMO) में नई भूमिका में नियुक्त किया गया है। उन्हें हाल ही में शिष्टाचार के आधार पर प्रधानमंत्री के 'प्रधान सचिव-2' के रूप में नामित किया गया है। यह एक नई भूमिका है जिसे विशेष रूप से पीएमओ में समन्वय और उच्च-स्तरीय प्रशासनिक समन्वय बढ़ाने के लिए बनाया गया है।
शक्तिकांत दास, जो 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी रहे हैं, ने 2018 से 2023 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में सेवा की है। उनके कार्यकाल के दौरान, भारत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें 2016 में हुई नोटबंदी और COVID-19 महामारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। इन चुनौतियों का सामना करते हुए, दास ने मौद्रिक नीतियों को स्थिर करने, आर्थिक संचार को बढ़ावा देने और विश्व स्तरीय आर्थिक चुनौतियों के बीच बाजार में तरलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण उपाय किए।
उनकी नई भूमिका का उद्देश्य पीएमओ के भीतर उच्च-स्तरीय प्रशासनिक और नीतिगत समन्वय को बढ़ावा देना होगा। दास की नियुक्ति की अवधि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के साथ जुड़ी हुई है या जब तक नए आदेश नहीं आते।
इस बीच, नीति आयोग के CEO, बीवीआर सुब्रह्मण्यम के कार्यकाल को भी एक साल के लिए बढ़ाकर फरवरी 2024 तक कर दिया गया है। यह निर्णय भारत की विकास नीति में निरंतरता और स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया है।
एक टिप्पणी लिखें