दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में सीबीआई द्वारा दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई कोर्ट में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिन्होंने राजनीतिक और कानूनी विमर्श को गर्मा दिया है। इस मामले में मुख्य रूप से जमानत को लेकर विवाद चल रहा है।
शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को पहले ट्रायल कोर्ट ने जमानत दे दी थी, लेकिन इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी जमानत को स्थगित कर दिया था। इस पर केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट में यह सुनवाई जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की पीठ के सामने हुई, जिसमें केजरीवाल की जमानत के मामले पर चर्चा की गई।
राउज एवेन्यू कोर्ट में वकेशन जज अमिताभ रावत ने इस मामले की सुनवाई की। केजरीवाल के वकील, चौधरी ने इस दौरान गिरफ्तार करने के समय पर सवाल उठाए और प्रमाणों की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाया। उनका तर्क था कि केजरीवाल को पहले क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया, जबकि उस समय भी प्रमाण मौजूद थे। उन्होंने इसके साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि मामला राजनैतिक प्रतिशोध के तहत हो रहा है।
केजरीवाल के वकील चौधरी ने यह भी दावा किया कि मामला तब उजागर हुआ जब मुकुंदा रेड्डी, जिन्होंने मार्च में अप्रूवर का दर्जा लिया था, 29 फरवरी को मौजूदा सत्ताधारी पार्टी में शामिल हो गए। वकील ने इस बात को उठाया कि रेड्डी के पापों को वर्तमान पार्टी में शामिल होने से धो दिया गया। इससे यह संकेत मिलता है कि मामले में कहीं न कहीं राजनैतिक उद्देश्य भी है।
सुप्रीम कोर्ट में भी इसी मामले पर सुनवाई जारी रही जहाँ केजरीवाल के वकील ने अपनी दलीलें रखीं और गिरफ्तारी की वैधता पर सवाल उठाए। जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी ने दोनों पक्षों के तर्क सुने और मामले को ध्यानपूर्वक जांचने का वादा किया। यह मामला अब कानूनी और राजनैतिक के बीच का संघर्ष बन गया है, जहाँ अदालत को यह तय करना है कि गिरफ्तारी और जमानत के मामले में कानूनी प्रक्रिया का सही प्रकार से पालन हुआ है या नहीं।
कुल मिलाकर, अरविंद केजरीवाल का शराब नीति का मामला एक जटिल और विवादास्पद मुद्दा बन गया है, जिसमें कानूनी प्रक्रियाओं और राजनैतिक समीकरणों का मिलन हो रहा है। अदालत का अंतिम निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि सभी दलीलें और प्रमाण कितने सही और प्रामाणिक हैं। इस मामले के आगामी घटनाक्रम पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
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