जब Faheem Ashraf से पूछा गया कि बाबर आज़म और मो. रिजवान के बिना टीम को जीतना कितना कठिन था, तो उन्होंने हिंदी में दिलचस्प एक लाइन में जवाब दे दिया – "मेडे मैच के दौरान घर वालों की भी याद नहीं आती, बस जीत की सोचते हैं". यह जवाब शारजाह में हुए पाकिस्तान‑अफ़गानिस्तान ट्राय-सीरीज़ के बाद वायरल हुआ, जहाँ पाकिस्तान ने 170 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 18 रन की हार झेली.
जैसे ही पाकिस्तान ने अफ़गानिस्तान को 170‑152 से परास्त किया, रिपोर्टर ने पुछा, "क्या बाबर और रिजवान की कमी महसूस हुई?". Faheem Ashraf ने बस मुस्कुरा कर कहा कि खेल के दौरान खिलाड़ी केवल रन और बॉल की गिनती करते हैं, परिवार की याद नहीं आती। यह हल्का‑फुल्का जवाब सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने शेयर किया, कई ने इसे "पाकिस्तानी खिलाड़ियों की सच्ची भावना" बताया.
जो बात इस बातचीत को और गहरा बनाती है, वह है Pakistan Cricket Board (PCB) का हाल ही में लिया गया निर्णय – बाबर आज़म और मो. रिजवान को ट्राय‑सीरीज़ और आसिया कप दोनों स्क्वाड से बाहर कर दिया गया। दोनों खिलाड़ी अपनी आखिरी T20I में दिसंबर 2024 में साउथ अफ़्रीका के खिलाफ खेले थे, लेकिन उनके स्ट्राइक‑रेट में गिरावट और लगातार कम स्कोरिंग ने चयन समिति को परेशान कर दिया।
मुख्य कोच Mike Hesson और प्रमुख चयनकर्ता Aqib Javed ने बताया कि चयन प्रक्रिया 8‑10 घंटे या कभी‑कभी दो‑तीन दिन तक चलती है और वह केवल प्रदर्शन और स्ट्राइक‑रेट के आधार पर निर्णय लेती है। उन्होंने कहा, "यदि बाबर‑रिजवान फॉर्म पकड़ेंगे तो उनका वापस मौका मिलेगा".
PCB के चेयरमैन Mohsin Naqvi ने स्थानीय पत्रकारों से कहा, "मेरे पास टीम चयन में एक भी प्रतिशत भूमिका नहीं है, यह पूरी तरह से चयन समिति का काम है।" उन्होंने चयन प्रक्रिया की पुख्ता जाँच‑परख का ज़िक्र किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि निर्णय व्यक्तिगत नहीं बल्कि प्रणालीगत है।
चयन समिति ने यह भी रेखांकित किया कि नई उम्र के खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है – साहिबज़ादा फरहान, सैम आयूब और फखर ज़मान जैसे नामों को हालिया चयन में उल्लेख किया गया। अंत में, Aqib Javed ने कहा, "यासिर खान, नाइम और ख्वाजा नफ़ाय जैसे उभरते खिलाड़ी दहाड़ रहे हैं, यह हमारे क्रिकेट के भविष्य के लिए आशा की बात है".
आसिया कप 2025 का चरण‑बंद Asia CupDubai International Cricket Stadium में हो रहा है। पाकिस्तान की टीम का कप्तान अब Salman Ali Agha रहेगा, जो 9 सितंबर को शुरू होने वाले टूरनामेंट में रहस्यमयी भूमिका निभाएगा।
जैसे ही टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा, चयनकर्ता Aqib Javed ने भरोसा जताया, "यदि टीम भारत‑पाकिस्तान के मैच में जीत हासिल कर लेती है, तो देश में क्रिकेट का उत्सव दोबारा जल उठेगा।" उन्होंने सभी खिलाड़ियों से पूर्ण समर्थन और विश्वास का भी आग्रह किया।
क्रिकेट प्रेमियों के बीच इस बात पर तीखी चर्चा चल रही है कि बाबर‑रिजवान को बाहर करना सही कदम था या नहीं। कुछ तर्क देते हैं कि उनका अनुभव और करियर‑स्ट्रेटेज़ टीम को स्थिरता देता, जबकि अन्य का कहना है कि स्ट्राइक‑रेट की कमी ने टीम को गंभीर नुकसान पहुंचाया। बल्ले‑बाज काइरन बांग्ला (क्रिकेट विश्लेषक) ने कहा, "यदि बाबर अपने नेट फ़ॉर्म को सुधारे, तो वह तुरंत वापस आएंगे, लेकिन अभी टीम को युवा ऊर्जा की ज़रूरत है।"
दूसरी ओर, Faheem Ashraf का उत्तर कई लोगों को उनके सच्चे मनोभाव का एहसास कराता है – "काम के समय खुद को परिवार से दूर रखकर राष्ट्रीय लक्ष्य पर फोकस करना ही हमारा काम है"। यह बात कई युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास का संचार कर रही है।
PCB ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों की स्ट्राइक‑रेट लगातार गिर रही थी और उनके हालिया T20I प्रदर्शन टीम की जरूरतों के अनुरूप नहीं थे। चयन समिति ने उन्हें फॉर्म सुधारने के लिए समय दिया है।
शारजाह में हुए ट्राय‑सीरीज़ में पाकिस्तान की हार के बाद पत्रकार ने पूछा कि बाबर‑रिजवान की कमी महसूस हुई या नहीं, तो फ़हीम ने कहा कि मैच के दौरान खिलाड़ी केवल जीत की सोचते हैं, परिवार की याद नहीं आती।
पाकिस्तान का पहला एशिया कप मैच 12 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम (DICS) में ओमान के खिलाफ होगा। खेल शाम 7:30 PM स्थानीय समय पर शुरू होगा।
चयनकर्ता Aqib Javed ने स्पष्ट किया है कि यदि वे अपने स्ट्राइक‑रेट और फॉर्म में सुधार लाएँगे तो उन्हें फिर से टीम में जगह मिल सकती है।
अभी का अगला ट्राय‑सीरीज़ मुकाबला संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ बृहस्पतिवार को है, जहाँ पाकिस्तान को अपने नए फॉर्म को साबित करना होगा।
टिप्पणि (2)
s.v chauhan अक्तूबर 12 2025
भाई लोगों, फ़हीम का जवाब देख कर लगता है कि मैच के दौरान सिर्फ जीत ही दिमाग में रहती है, परिवार की याद तो दूर की बात ही है। हमें भी टीम की ऐसी फोकसिंग अपनानी चाहिए, तो अगली सीरीज़ में भी जीत पक्की! चलो हम सब मिलके युवा खिलाड़ियों को मोटिवेट करें, ताकि उनका स्ट्राइक‑रेट भी ऊपर जाए।
Bhaskar Shil अक्तूबर 13 2025
इस केस में, हम 'सेलेक्शन एल्गोरिद्म' की मैक्रो‑इकॉनॉमिक इम्पैक्ट को समझते हैं। स्ट्राइक‑रेट डिप्रीशन को 'परफ़ॉर्मेंस इनिशिएटिव' के तहत क्वांटिफ़ाई किया गया था, और बाबर‑रिजवान को आउट करने का डिसीजन कॉम्प्लेक्स वैरिएबल्स के आधार पर हुआ। इसलिए, फ़हीम का बयान सिर्फ एथ्लेटिक फोकस नहीं, बल्कि एक स्ट्रेटेजिक पॉइंट ऑफ़ व्य्यू भी है।