इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बीच आरसीबी के कप्तान फाफ डु प्लेसिस का अजीबोगरीब तरीके से आउट होना चर्चा का विषय बन गया है। यह घटना उस वक्त हुई जब गेंदबाज मिशेल सैंटनर की उंगली से टकराकर गेंद विकेट पर जा लगी और डु प्लेसिस नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट हो गए।
थर्ड अंपायर ने रिप्ले देखने के बाद और अल्ट्रा-एज तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पुष्टि की कि गेंद विकेट से टकराने से पहले सैंटनर की उंगली को छू गई थी। इस फैसले ने बेंगलुरु के लिए महत्वपूर्ण मैच में विवाद को जन्म दे दिया। डु प्लेसिस के आउट होने के वक्त आरसीबी का स्कोर 13 ओवर में 2 विकेट पर 113 रन था।
क्रिकेट के नियमों के अनुसार, अगर गेंद को गेंदबाज छूता है और वह विकेट पर लग जाती है तो बल्लेबाज को आउट दिया जा सकता है। हालांकि, इस मामले में यह स्पष्ट नहीं था कि क्या गेंद सैंटनर की उंगली को छू गई थी या नहीं। अल्ट्रा-एज तकनीक ने इसकी पुष्टि की, लेकिन कई क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों ने इस फैसले पर सवाल उठाए।
आरसीबी के कोच सुनील जोशी ने मैच के बाद कहा, "यह एक अजीब तरह का रन आउट था। हमें लगता है कि गेंद सैंटनर की उंगली को नहीं छुई थी और फाफ को नॉट आउट दिया जाना चाहिए था। हालांकि, अंपायरों ने अपना फैसला सुना दिया है और हमें इसका सम्मान करना होगा।"
दूसरी ओर, सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "यह क्रिकेट का हिस्सा है। कभी-कभी फैसले आपके पक्ष में होते हैं तो कभी विपक्ष में। हमें इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए और अपने खेल पर फोकस करना चाहिए।"
इस विवादास्पद रन आउट ने एक बार फिर क्रिकेट में तकनीक के इस्तेमाल पर बहस छेड़ दी है। कुछ लोगों का मानना है कि तकनीक का इस्तेमाल खेल को निष्पक्ष बनाता है, जबकि अन्य का कहना है कि इससे खेल की भावना खत्म हो जाती है।
फाफ डु प्लेसिस के रन आउट ने आईपीएल 2024 में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे के मैचों में इस तरह की घटनाएं कितनी बार देखने को मिलती हैं और क्या आईपीएल के आयोजकों को इस मामले में कोई फैसला लेना पड़ेगा।
फिलहाल, आरसीबी को इस हार से उबरना होगा और अपने बाकी मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा ताकि वह प्लेऑफ में जगह बना सके। सीएसके की टीम ने इस जीत के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है और वह शीर्ष 4 में बनी हुई है।
आईपीएल के इस सीजन में अभी कई रोमांचक मुकाबले बाकी हैं और प्रशंसकों को उम्मीद है कि वे गुणवत्तापूर्ण क्रिकेट देखने को मिलेगा। हालांकि, ऐसी विवादास्पद घटनाएं खेल की छवि को प्रभावित कर सकती हैं और इन पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
क्रिकेट में निष्पक्षता और खेल भावना सर्वोपरि होनी चाहिए। तकनीक का इस्तेमाल खेल को बेहतर बनाने के लिए किया जाना चाहिए, न कि विवादों को जन्म देने के लिए। आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में इन मुद्दों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है ताकि क्रिकेट प्रेमियों का भरोसा बना रहे और खेल की लोकप्रियता बढ़ती रहे।
एक टिप्पणी लिखें