महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एमएसबीएसएचएसई) ने उच्च माध्यमिक प्रमाणपत्र (एचएससी) या कक्षा 12वीं की परीक्षा के परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित कर दिए हैं। परीक्षा के लिए कुल 15,13,909 छात्रों ने पंजीकरण कराया था। परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mahresult.nic.in और hscresult.mahahsscboard.in पर उपलब्ध हैं।
इस वर्ष उत्तीर्ण प्रतिशत 93.37% रहा है, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम है। लड़कियों ने इस साल भी बाजी मारी है और 95.44% की समग्र उत्तीर्ण दर के साथ लड़कों के 91.60% को पीछे छोड़ दिया है। लड़कियों का प्रदर्शन लगातार पिछले कुछ वर्षों से लड़कों से बेहतर रहा है।
क्षेत्रीय स्तर पर देखें तो कोंकण क्षेत्र ने 97.91% उत्तीर्ण दर के साथ सूची में टॉप किया है, जबकि मुंबई ने 91.95% के साथ सबसे कम उत्तीर्ण प्रतिशत दर्ज किया है। कोंकण के बाद पुणे क्षेत्र 95.39% और नागपुर क्षेत्र 94.86% उत्तीर्ण दर के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
इस वर्ष परीक्षा में कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है। कुल 8782 छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इसमें 4357 लड़कियां और 4425 लड़के शामिल हैं। पिछले साल की तुलना में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है।
महाराष्ट्र बोर्ड ने उन छात्रों के लिए पुनर्मूल्यांकन और सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है जो अपने परिणामों से संतुष्ट नहीं हैं। यह प्रक्रिया 22 मई से शुरू होगी। पुनर्मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने अंक पत्रों को ध्यान से जांचें और किसी भी विसंगति के मामले में पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करें।
जो छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाए हैं, उनके लिए अनुपूरक परीक्षाएं जून-जुलाई में आयोजित की जाएंगी। अनुपूरक परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 27 मई से शुरू होगी। छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अनुपूरक परीक्षा का विस्तृत शेड्यूल बाद में घोषित किया जाएगा।
महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री श्री दीपक केसरकर ने परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने कोविड-19 महामारी के कठिन समय के बावजूद कड़ी मेहनत की है और यह उनकी मेहनत का ही नतीजा है। उन्होंने उन छात्रों को भी प्रोत्साहित किया जो परीक्षा में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए और कहा कि अनुपूरक परीक्षा उनके लिए एक और अवसर है।
महाराष्ट्र एचएससी परिणाम 2024 की घोषणा के साथ ही छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव पूरा हो गया है। 93.37% का उत्तीर्ण प्रतिशत छात्रों और शिक्षकों की कड़ी मेहनत को दर्शाता है। बोर्ड द्वारा पुनर्मूल्यांकन और अनुपूरक परीक्षा की व्यवस्था छात्रों के हित में एक सराहनीय कदम है। आशा है कि छात्र अपने प्रदर्शन से सीख लेते हुए आगे के सफर के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार करेंगे।
टिप्पणि (13)
bhavna bhedi मई 21 2024
बधाई हो सभी रिज़ल्ट वाले विद्यार्थियों को इस शानदार परिणाम की खुशी में हम सब एक साथ हैं महाराष्ट्र बोर्ड की मेहनत की सराहना करनी चाहिए लड़कियों की उत्तीर्ण दर विशेष प्रेरणा देती है आगे भी ऐसा ही सक्रियता देखना चाहूँगा
jyoti igobymyfirstname मई 21 2024
ओए! क्या बात है रे़! एचएससी परिणाम देख के तो दिल धड़क गया!! लड्के-लड़कीयां दोनों ने पूरा धमाल कर दिया!! अब तो पार्टी चाहिए, ठीक है?
Vishal Kumar Vaswani मई 22 2024
कभी सोचा है कि बोर्ड के रिज़ल्ट में छिपे राज़ क्या हैं? 🧐 93.37% दिखता है पर पीछे कौन साज़िशें चल रही हैं 🤔 सरकार के एजेंडा को फुर्सत नहीं देना चाहिए।
Zoya Malik मई 22 2024
इन आँकड़ों में महिलाओं का हाई प्रतिशत तो दिखता है, पर असली योग्यता का कहाँ जाना?
Ashutosh Kumar मई 22 2024
एक बार फिर दिखा दिया गया कि कोंकण नाम के हीरो हैं!
Gurjeet Chhabra मई 22 2024
पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया 22 मई से शुरू होगी अगर कोई अंक में गड़बड़ी है तो जल्दी आवेदन करो वेबसाइट पर यह अवसर संभालो
AMRESH KUMAR मई 22 2024
महाराष्ट्र की शान है ये परिणाम 🙌 हमें आगे भी ऐसा ही मेहनत करनी चाहिए।
ritesh kumar मई 22 2024
इस बार के स्कोर में सरकारी दखलंदाज़ी साफ़ दिख रही है, विशेषकर मुंबई का नीचे गिरना एक नियोजित रणनीति प्रतीत होती है, जो शहरी-ग्रामीण विभाजन को मजबूती देता है।
Raja Rajan मई 22 2024
93.37% का पास दर तो अच्छा लग रहा है पर तुलना में पिछला साल 94% था, गिरावट जरूरी नहीं सकारात्मक संकेत है।
Atish Gupta मई 22 2024
नतीजों को देख के दिल में एक ख़ास ख़ुशी सी महसूस हुई, पर साथ ही सोचने को मजबूर किया कि हम किस दिशा में जा रहे हैं।
एक तरफ़ हमें गर्व है महाराष्ट्र की शैक्षणिक व्यवस्था पर, और दूसरी तरफ़ हमें यह भी देखना चाहिए कि क्या यह सफलता टिकाऊ है।
जैसे कोंकण ने 97.91% से अपनी शक्ति दिखा दी, वैसे ही हमें सभी क्षेत्रों में समान स्तर लाना चाहिए।
छात्रों की मेहनत को सराहते हुए, बोर्ड को चाहिए कि वे आगे भी निरंतर सुधार की नीति अपनाएँ।
पुनर्मूल्यांकन का अवसर देना एक सकारात्मक कदम है, जो छात्रों के विश्वास को बढ़ाता है।
परन्तु, प्रक्रिया को तेज़ और पारदर्शी बनाएँ ताकि कोई भी छात्र अनावश्यक तनाव में न रहे।
महिला छात्रों की हाई पास रेट हमें यह सिखाती है कि लैंगिक समानता की दिशा में सही कदम उठाए जा रहे हैं।
हमें यह भी देखना चाहिए कि यह अंकित सफलता वास्तविक जीवन कौशल में कैसे बदलती है।
परिणामों के पीछे के आंकड़े तो महत्वपूर्ण हैं, पर वास्तविक शिक्षा का मापदंड व्यवहारिक ज्ञान है।
महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में अंतर को कम करना चाहिए, ताकि हर छात्र को बराबर अवसर मिलें।
इस मंच पर सभी शिक्षकों, अभिभावकों और नीति निर्माताओं को धन्यवाद देना चाहिए जिन्होंने इस सफलता में योगदान दिया।
आगे की राह में चुनौतियाँ अवश्य आएँगी, पर मिलजुल कर हम उन्हें पार कर सकते हैं।
हर छात्र को यह याद रखना चाहिए कि यह सिर्फ एक चरण है, असली यात्रा अभी बाकी है।
आइए इस उत्साह को बनाए रखते हुए, नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ें।
सबको फिर से बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।
Aanchal Talwar मई 22 2024
मैं तो बहुत खुश हूँ सबका खास करके उन छात्रों की जिनको अब भी थोड़ी देर में अप्पर क्लास की उम्मीद है। सबको बधाई और थैंक्यू!!
Neha Shetty मई 22 2024
इन परिणामों को देख कर महसूस होता है कि शिक्षा सिर्फ अंक नहीं, बल्कि समग्र विकास का संगम है। विद्यार्थियों को अब आगे भी अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ता से बढ़ते रहना चाहिए, चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो। साथ ही, समाज को चाहिए कि वह इन सफलताओं को एक प्रेरणा की तरह अपनाए और हर बच्चे को समान अवसर प्रदान करने के लिए मिलकर काम करे।
Apu Mistry मई 22 2024
उत्कृष्ट परिणामों के पीछे अक्सर छिपी होती है अकल्पनीय तनाव की कहानी, जो कई बार अनदेखी रह जाती है। अब चाहे पुनर्मूल्यांकन हो या अनुपूरक परीक्षा, छात्रों को खुद को फिर से परखना पड़ता है। यह सफ़र कभी आसान नहीं होता, पर आशा है कि ये अनुभव उन्हें आगे की जिंदगी में भी मजबूत बनाएंगे।