यूरोपिया महाद्वीप के फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह एक बेहद रोमांचक दिन था जब UEFA नेशन्स लीग के ग्रुप A2 के मुकाबले में फ्रांस ने इटली को 3-1 से हराकर पहली पोजीशन पर कब्जा जमा लिया। इस मुकाबले के माध्यम से फुटबॉल जगत को यह देखने का मौका मिला कि किस प्रकार दोनों शीर्ष टीमें अपनी ताकत दर्शाती हैं। रविवार, 17 नवम्बर 2024 को सैन सिरो स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले ने दर्शकों को सांसें थाम लेने पर मजबूर कर दिया। फ्रेंच टीम की शुरुआत धमाकेदार रही और टीम के स्टार खिलाड़ी अद्रियन राबिओट ने शुरुआत में ही अपनी छाप छोड़ दी।
फ्रांस शुरुआती मिनटों से ही मैदान पर छा गई, जब मैच के केवल तीसरे मिनट में अद्रियन राबिओट ने लुकास डिज्ने की ज़बरदस्त कॉर्नर से गेंद को बेहतरीन ढंग से नेट के भीतर पहुंचा दिया। उनका यह गोल इतनी तेजी और कुशलता का उदाहरण था कि इटली की डिफेंस कुछ समझ पाती कि फ्रांसीसी टीम पहले ही बढ़त बना चुकी थी। इसके बाद 65वें मिनट में अद्रियन राबिओट ने फिर से गोल कर इटली के डिफेंस को हिला दिया। लुकास डिज्ने की सहायता फिर से इस गोल में देखने को मिली, जब उनका सेट पीस डीलीवरी राबिओट के हेडर से सीधे गोलपोस्ट के भीतर पहुंच गई।
लुकास डिज्ने का दरिया दिल का प्रदर्शन भी किसी से कम नहीं था। उन्होंने न केवल फ्रांस के लिए गोल दागे बल्कि 33वें मिनट में एक ऐसा फ्री-किक लेकर आए जिसने इटली के गोलकीपर गुइल्हेर्मो विकारियो के हाथ से स्लिप होकर गोल में तब्दील हो गया। यह दूसरा गोल था, जिसने फ्रांस की जीत के लिए एक मज़बूत आधार तैयार किया। इस मुकाबले में डिज्ने की सेट पीस डीलीवरी बार-बार खतरनाक साबित हो रही थी, जिससे इटैलियन कोचिंग स्टाफ में खलबली मच गई।
इटली की तरफ से एकमात्र प्रत्युत्तर आलोकित किया गया जब एंड्रिया कंबियासो ने 35वें मिनट में फेडेरिको डिमार्को के क्रॉस से वॉली मारकर इटली के लिए गोल किया। गोल के बाद इटली ने कुछ वक्त के लिए जैसे खचाखच दर्शकों के सामने अपनी संभावनाओं को ज़िंदा रखने की कोशिश की। लेकिन इसका प्रभाव आंशिक ही रहा और फ्रांस ने अपनी रक्षात्मक रणनीति के तहत इटली की गोल की तरफ बढ़ती लहरों का सामना किया।
फ्रांस के गोलकीपर माइक मेगन ने कुछ शानदार बचाव किए, विशेषकर खेल के अंतिम पलों में, जिसने टीम की जीत सुनिश्चित की। इटली ने कई खतरनाक हमले किए, लेकिन माइक की चतुराई और क्षमता ने फ्रांस को इस महत्वपूर्ण मुकाबले में विजय दिलाने में मदद की। मेगन का अंतिम समय में किया गया चकित कर देने वाला बचाव दर्शकों की साँसों को थाम कर रख दिया था। यही वह क्षण था, जिसने यह तय कर दिया कि टॉप स्पॉट किसके नाम रहने वाला है।
इस जीत के साथ फ्रांस ने ग्रुप A2 में शीर्ष स्थान प्राप्त कर लिया और अब इटली को उन क्वार्टर-फाइनल मुकाबलों की तैयारी करनी होगी, जिसमें उनका सामना जर्मनी, स्पेन या पुर्तगाल में से किसी से होगा। इस मौक़े का लाभ लेते हुए फ्रांस ने अपने अटूट आत्मविश्वास को पुनः विश्व स्तरीय फुटबॉल के बीच स्थापित किया। इनके प्रदर्शन से यह सभी के लिए स्पष्ट हो गया कि यूरोपीय फुटबॉल जगत में यह टीम एक अहम् स्थान पर है।
एक टिप्पणी लिखें