भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी का नाम उन चंद खिलाड़ियों में शुमार है जिन्होंने न सिर्फ अपने खेल के दम पर बल्कि अपनी कप्तानी के जरिए भी भारतीय क्रिकेट की दिशा और दशा को नया रूप दिया। ऐसे में जब क्रिकेट के मैदान पर उनकी बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर बहस होती है, तो इसे संजीदगी से लिया जाता है। हाल ही में, पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने इस विषय में अपनी राय रखते हुए कहा कि इस बहस का अब समापन होना चाहिए।
सहवाग का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी, जो कि भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में खेलने जा रहे हैं, उनकी बल्लेबाज़ी की स्थिति उनके प्रदर्शन पर प्रभाव डालने वाली नहीं है। धोनी की बल्लेबाज़ी की क्षमता और उनका अनुभव किसी भी क्रम पर उतना ही प्रभावी रहता है। सहवाग के अनुसार, धोनी का मैदान पर उतरना ही विपक्षी टीम के लिए चुनौती बन जाता है और उनका स्थान क्रीज पर कम महत्वपूर्ण है जबकि उनका प्रदर्शन सबसे ज्यादा मायने रखता है।
इस प्रकार की बहसें क्रिकेट जगत में अक्सर होती रहती हैं और ये कई बार खिलाड़ियों के मनोबल पर भी असर डाल सकती हैं। हालांकि, धोनी जैसे खिलाड़ी जो कि मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह अपने शांत चित्त और दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं, पर इस तरह की बहसों का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता। उनकी प्रतिबद्धता और खेल के प्रति समर्पण उन्हें इन बहसों से ऊपर उठाता है और उनके प्रशंसकों को भी यही सन्देश देता है कि मैदान पर उनकी मौजूदगी ही मायने रखती है।
टिप्पणि (16)
AMRESH KUMAR मई 11 2024
धोनी को जहाँ भी रखो, जीत हमारी ही होगी! 😊
ritesh kumar मई 21 2024
IPL में धोनी की बैटिंग ऑर्डर को लेकर मीडिया का मोड बहुत साजिश भरा है। यह सब बड़े डेटा और बोरिंग बोर्ड मीटिंग्स के पीछे छिपी सच्चाई को ढंक रहा है। सरकार और फ्रैंचाइज़ी ने धोनी को क्लासिक फॉर्मेशन में रखना तय किया है ताकि दर्शकों का भरोसा बना रहे।
Raja Rajan मई 31 2024
धोनी के क्रम को बदलना रणनीति को नहीं बदलेगा। प्रदर्शन ही मुख्य मापदंड है।
Atish Gupta जून 10 2024
आइए इस बहस को बंद कर दें, यह सिर्फ खेल की भावना को धुंधला करता है। धोनी का अनुभव अद्भुत है, चाहे वह नंबर 3 पर हों या नंबर 7 पर। टीम की हार्ड‑कोर फोकस वही होना चाहिए-विजय।
Aanchal Talwar जून 20 2024
धोनी को जैसा भी रखें, हम सब उनका बैक अप करेंगे।
Neha Shetty जून 29 2024
सच में, धोनी का खेल पढ़ना हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। उनका शॉट चयन और फील्ड में दक्षता हमेशा चर्चित रहती है। चाहे वह फ़िनिशर हों या कप्तान, उनका व्यक्तित्व टीम को स्थिरता देता है। इसलिए इस बात पर बहस करने की बजाय हम उनके योगदान की सराहना में समय बिता सकते हैं। अंत में, जीत का मज़ा तभी है जब हम एकजुट हों।
Apu Mistry जुलाई 9 2024
धोनी का क्रम बदलना केवल आँकड़ों की धुंध में खोना है। मन के दर्पण में देखो, वह जिद्दी नहीं बल्कि समय का प्रवाह है। जब तक वह मैदान में उतरते हैं, सब कुछ बदल सकता है, पर यह बदलाव केवल हमारी ही चाह में है।
uday goud जुलाई 19 2024
बहस को समाप्त करने का सुझाव बिल्कुल उचित है; यह समय की बर्बादी को रोकता है। प्रथम, धोनी का खेल दृष्टिकोण कई युवा खिलाड़ियों के लिए नमूना है-उन्हें देख कर ही रणनीति बनती है। द्वितीय, क्रम के बदले केवल उनका आत्मविश्वास ही निर्णायक कारक है-कोई भी क्रम इसको बदल नहीं सकता। तृतीय, टीम के भीतर उनका सम्मान एक स्थायी शक्ति स्रोत है जो खेल की दिशा निर्धारित करता है। चतुर्थ, दर्शकों की उत्सुकता भी ध्वनि के रूप में उनके नाम पर केंद्रित रहती है, इसलिए अनुक्रम पर चर्चा असहज होती है। पंचम, कई आँकड़े यह दर्शाते हैं कि धोनी की औसत स्ट्राइक रेट क्रम के साथ नहीं बदलती। षष्ठ, उनके अनुभव का उपयोग युवा बॅट्समैन को मेंटरशिप देने में किया जा सकता है, न कि सिर्फ क्रम बदलने में। सातवाँ, IPL में उनका उपस्थिति आर्थिक रूप से भी बड़ी महत्ता रखती है; विज्ञापन और दर्शक संख्या में वृद्धि दर्शाती है। अष्टम, इस बहस को जारी रखने से टीम की मनोबल में फँसाव होता है, जो अंततः प्रदर्शन पर असर डालता है। नवम्, कप्तान के रूप में उनका शांत स्वभाव दबाव को कम करता है, चाहे वह नंबर 5 हो या नंबर 9। दशम्, क्रम परिवर्तन पर निरंतर बहस मीडिया को भी एक अप्रत्याशित दिशा में ले जाता है। एकादश, खेल के शुद्ध उद्देश्य से यह फोकस हट जाता है-जो कि जीत है। द्वादश, श्रोताओं को यह समझना चाहिए कि उनका ज्वेलरी नहीं, बल्कि उनका खेल ही असली आकर्षण है। त्रयोदश, इस चर्चा को समाप्त कर हम सभी को एकत्रित कर सकते हैं, जिससे टीम का सामंजस्य बढ़ेगा। चतुर्दश, अंत में, वर्ष 2024 के IPL में हमें धोनी को उसी क्रम में देखना चाहिए जिसमें वह सबसे प्रभावी हो-और यह क्रम किसी को तय नहीं कर सकता। पंद्रहवाँ, इसलिए मैं सहवाग के इस निवेदन का पूर्ण समर्थन करता हूँ; अब बहस को बंद करो।
Chirantanjyoti Mudoi जुलाई 29 2024
शायद यह बहस हमारे लिए सिर्फ एक सिलिकोन एलेवेटर का इशारा है, लेकिन फिर भी उसका कोई असर नहीं है।
Surya Banerjee अगस्त 8 2024
मैं समझता हूँ, लेकिन कभी‑कभी छोटे‑छोटे इशारे भी टीम की मानसिकता को बदल सकते हैं।
Sunil Kumar अगस्त 18 2024
हाहा, आपका समर्थन बहुत प्यारा है, लेकिन धोनी को क्रम बदलने से ज्यादा मज़ा उनकी चाय की बोतल खोलने में है। 😏
Ashish Singh अगस्त 28 2024
धोनी का क्रम ही चाहे जैसा भी हो, उनका कर्तव्यपरायण भाव और राष्ट्रीय गौरव अनिवार्य रूप से टीम को आगे ले जाता है। अतः इस प्रकार की बौद्धिक बहस को समाप्त करना न केवल व्यावहारिक बल्कि नैतिक दायित्व भी है।
ravi teja सितंबर 6 2024
भाई, अंत में जो भी हो, धोनी है तो मज़ा है, बस देखते रहो।
Harsh Kumar सितंबर 16 2024
धोनी के साथ खेलना हमेशा ही ऊर्जावान अनुभव रहता है! चलिए इस बहस को पीछे छोड़कर जीत पर ध्यान दें! 😊
suchi gaur सितंबर 26 2024
वास्तव में, केवल वही लोग इस बात को समझते हैं कि धोनी का क्रम महज एक कलात्मक अभिव्यक्ति है, न कि रणनीतिक निर्णय। 🎭
Rajan India अक्तूबर 6 2024
चलो यार, बहस छोड़ो, मैच देखें और मज़े करो! 🎉