भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी का नाम उन चंद खिलाड़ियों में शुमार है जिन्होंने न सिर्फ अपने खेल के दम पर बल्कि अपनी कप्तानी के जरिए भी भारतीय क्रिकेट की दिशा और दशा को नया रूप दिया। ऐसे में जब क्रिकेट के मैदान पर उनकी बल्लेबाज़ी क्रम को लेकर बहस होती है, तो इसे संजीदगी से लिया जाता है। हाल ही में, पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने इस विषय में अपनी राय रखते हुए कहा कि इस बहस का अब समापन होना चाहिए।
सहवाग का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी, जो कि भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में खेलने जा रहे हैं, उनकी बल्लेबाज़ी की स्थिति उनके प्रदर्शन पर प्रभाव डालने वाली नहीं है। धोनी की बल्लेबाज़ी की क्षमता और उनका अनुभव किसी भी क्रम पर उतना ही प्रभावी रहता है। सहवाग के अनुसार, धोनी का मैदान पर उतरना ही विपक्षी टीम के लिए चुनौती बन जाता है और उनका स्थान क्रीज पर कम महत्वपूर्ण है जबकि उनका प्रदर्शन सबसे ज्यादा मायने रखता है।
इस प्रकार की बहसें क्रिकेट जगत में अक्सर होती रहती हैं और ये कई बार खिलाड़ियों के मनोबल पर भी असर डाल सकती हैं। हालांकि, धोनी जैसे खिलाड़ी जो कि मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह अपने शांत चित्त और दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं, पर इस तरह की बहसों का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता। उनकी प्रतिबद्धता और खेल के प्रति समर्पण उन्हें इन बहसों से ऊपर उठाता है और उनके प्रशंसकों को भी यही सन्देश देता है कि मैदान पर उनकी मौजूदगी ही मायने रखती है।
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